ETV Bharat / state

बांकया गांव में श्वानों ने नील गाय के बछड़े पर किया हमला, बछड़े की मौत

कोटा के इटावा में शुक्रवार को पालतू श्वानों ने नीव गाय के बछड़े पर हमला कर दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने बछड़े का अस्पताल में इलाज करवाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना के बाद ग्रामीणों ने जेसीबी मंगवा कर एक गढ्ढा खुदवाया और उसका अंतिम संस्कार किया.

श्वानों ने किया नील गाय के बछड़े पर हमला , कोटा की ताजा हिंदी खबरें
श्वानों के हमले में नील गाय के बछड़े की मौत
author img

By

Published : Apr 9, 2021, 5:00 PM IST

इटावा (कोटा). शहर के सुल्तानपुर क्षेत्र के बांकया गांव में शुक्रवार को पालतू श्वानों ने एक नील गाय के बछड़े पर हमला कर दिया. इस हमले में नील गाय का बछड़ा गंभीर घायल हो गया.

घटना की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल बछड़े का इलाज आरंभ करवाया, लेकिन इलाज हो पाता उससे पहले ही नील गाय के बछड़े ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद बांकया गांव के ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन मंगवा कर गड्ढा खुदवाया और नील गाय के बछड़े को दफना कर उसका अंतिम संस्कार किया.

बांकया गांव के पुरुषोत्तम गुर्जर ने बताया कि सुबह नील गाय के बछड़े पर पालतू श्वानों ने हमला कर दिया था, जिससे वो गंभीर रुप से जख्मी हो गया था. घटना के बाद उसका इलाज भी करवाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने उसका अंतिम संस्कार करवाया.

पढ़ें- कोटा: पुरानी रंजिश के चलते युवक पर जानलेवा हमला

गौरतलब है कि नील गाय (जगंली) जंगलों से खेतों में पहुंच जाती है और वहां से राह भटककर गांवों का रुख कर लेती है, जिसके कारण गांव में मौजूद पालतू श्वानों ने उक्त नील गाय के बछड़े पर हमला कर उसे जख्मी कर दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई.

इटावा (कोटा). शहर के सुल्तानपुर क्षेत्र के बांकया गांव में शुक्रवार को पालतू श्वानों ने एक नील गाय के बछड़े पर हमला कर दिया. इस हमले में नील गाय का बछड़ा गंभीर घायल हो गया.

घटना की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल बछड़े का इलाज आरंभ करवाया, लेकिन इलाज हो पाता उससे पहले ही नील गाय के बछड़े ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद बांकया गांव के ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन मंगवा कर गड्ढा खुदवाया और नील गाय के बछड़े को दफना कर उसका अंतिम संस्कार किया.

बांकया गांव के पुरुषोत्तम गुर्जर ने बताया कि सुबह नील गाय के बछड़े पर पालतू श्वानों ने हमला कर दिया था, जिससे वो गंभीर रुप से जख्मी हो गया था. घटना के बाद उसका इलाज भी करवाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने उसका अंतिम संस्कार करवाया.

पढ़ें- कोटा: पुरानी रंजिश के चलते युवक पर जानलेवा हमला

गौरतलब है कि नील गाय (जगंली) जंगलों से खेतों में पहुंच जाती है और वहां से राह भटककर गांवों का रुख कर लेती है, जिसके कारण गांव में मौजूद पालतू श्वानों ने उक्त नील गाय के बछड़े पर हमला कर उसे जख्मी कर दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.