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NIA In Kota: PFI के जिलाध्यक्ष रहे साजिद के घर एनआईए रेड

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज फिर साजिद के घर पर दबिश दी. टीम ने विज्ञान नगर स्थित आवास पर छापा मारा. मौके पर भारी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहा.

NIA In Kota
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Published : Jan 12, 2023, 1:54 PM IST

Updated : Jan 12, 2023, 5:01 PM IST

कोटा. NIA टीम आज एक बार फिर PFI कोटा के जिलाध्यक्ष साजिद के घर पहुंची. सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक टीम साजिद के घर पर काफी देर तक रही. इस दौरान पुलिस लाइन से ही भारी मात्रा में जाब्ता भी मंगवाया गया था. बताया ये भी जा रहा है कि लोकल पुलिस को एनआईए की टीम ने ज्यादा इनपुट नहीं दिया था. सूत्रों की मानें तो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के जिलाध्यक्ष रहे साजिद अहमद पर छापा मारा गया. उसके घर से कुछ पुख्ता सूचना और बैन संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़ी सामग्री मिलने की खबर भी निकल कर सामने आ रही है. साथ ही कोटा शहर के सुभाष नगर इलाके की बॉम्बे कॉलोनी में रहने वाले मुबारिक मंसूरी के घर भी एनआईए ने दबिश दी है.

NIA छापों के विरोध में आयोजित की थी रैली- साजिद अहमद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कोटा जिले का अध्यक्ष था. इस संगठन को केंद्र सरकार ने बंद कर दिया है. खबरों की माने तो पाबंदी के बावजूद यह कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था. बीते साल 22 सितंबर 2022 को कोटा सहित देश भर में एनआईए की टीम ने इसी तरह से छापे मारे थे. इसके विरोध में कोटा में एक रैली भी सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई थी. इसकी एक रैली को खुद साजिद अहमद ने लीड किया था. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए थे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी.

पढ़ें- पीएफआई की कोटा में रैली पर हुआ था विवाद, पुख्ता सबूत जुटाने के बाद NIA ने मारे छापे

सितंबर 2022 में भी पड़े थे छापे- एनआईए ने बीते साल सितंबर महीने में भी कोटा के विज्ञान नगर स्थित जामा मस्जिद के सामने अमन कॉलोनी में यह छापा डाला था. वहीं, सांगोद में भी कार्रवाई की गई है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. हालांकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इस रेड के पहले भी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने कोटा और बारां से सबूत इकट्ठे किए थे, जिसके तहत उन्होंने सभी ठिकानों के बारे में पता किया था. पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े मुखिया की भी पूरी जानकारी ली थी.

पड़ोसियों को नहीं जानकारी, बड़ी संख्या में आए थे NIA की टीम
विज्ञान नगर की अमन कॉलोनी में रहने वाले साजिद के घर एनआईए की टीम के करीब 40 से 50 सदस्यों ने छापेमारी की. हालांकि साजिद घर पर नहीं मिला. वह किराए के मकान में रह रहा है. जिस मकान में कार्रवाई की गई है, वहां कोई सदस्य मौजूद नहीं है. मकान मालकिन खुद भी घर से थोड़ी दूरी पर खड़ी हुई थी. उसने मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया. कहा कि जो जानकारी देनी थी, वह छापा मारने वाली टीम आई थी उसे दे दी है.

पड़ोसियों का कहना है कि बड़ी संख्या में पुलिस बाहर खड़ी थी और अंदर भी कई अधिकारी थे. हालांकि पड़ोसियों का यह भी कहना है कि साजिद इलेक्ट्रिशियन का काम करता था. उन्हें छापे के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. वह इस मकान में बीते करीब 4 से 5 साल से रह रहा था. ससुर की मौत होने की बात बताकर वह चार से पांच दिन से यहां नहीं है.

सुभाष नगर की बॉम्बे योजना में घंटों चली कार्रवाई
एनआईए की एक टीम देर रात करीब 3:00 बजे के आसपास ही बॉम्बे योजना के एक मकान में पहुंच गई थी. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जाप्ता भी वहां पर भेजा गया था. यह कार्रवाई आज दोपहर 2:00 बजे तक वहां पर चली. मकान मुबारिक मंसूरी का बताया गया है. जब वह घर पर नहीं मिला तो उसके बेटे नौशाद को एनआईए की टीम ने हिरासत में लिया औऱ पूछताछ की. बताया जा रहा है मुबारिक मंसूरी सैलून संचालित करता था और कैथून के मवासा का ही रहने वाला है. यहां से भी एनआईए की टीम ने सामग्री को जप्त किया है.

कोटा. NIA टीम आज एक बार फिर PFI कोटा के जिलाध्यक्ष साजिद के घर पहुंची. सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक टीम साजिद के घर पर काफी देर तक रही. इस दौरान पुलिस लाइन से ही भारी मात्रा में जाब्ता भी मंगवाया गया था. बताया ये भी जा रहा है कि लोकल पुलिस को एनआईए की टीम ने ज्यादा इनपुट नहीं दिया था. सूत्रों की मानें तो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के जिलाध्यक्ष रहे साजिद अहमद पर छापा मारा गया. उसके घर से कुछ पुख्ता सूचना और बैन संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़ी सामग्री मिलने की खबर भी निकल कर सामने आ रही है. साथ ही कोटा शहर के सुभाष नगर इलाके की बॉम्बे कॉलोनी में रहने वाले मुबारिक मंसूरी के घर भी एनआईए ने दबिश दी है.

NIA छापों के विरोध में आयोजित की थी रैली- साजिद अहमद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कोटा जिले का अध्यक्ष था. इस संगठन को केंद्र सरकार ने बंद कर दिया है. खबरों की माने तो पाबंदी के बावजूद यह कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था. बीते साल 22 सितंबर 2022 को कोटा सहित देश भर में एनआईए की टीम ने इसी तरह से छापे मारे थे. इसके विरोध में कोटा में एक रैली भी सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई थी. इसकी एक रैली को खुद साजिद अहमद ने लीड किया था. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए थे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी.

पढ़ें- पीएफआई की कोटा में रैली पर हुआ था विवाद, पुख्ता सबूत जुटाने के बाद NIA ने मारे छापे

सितंबर 2022 में भी पड़े थे छापे- एनआईए ने बीते साल सितंबर महीने में भी कोटा के विज्ञान नगर स्थित जामा मस्जिद के सामने अमन कॉलोनी में यह छापा डाला था. वहीं, सांगोद में भी कार्रवाई की गई है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. हालांकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इस रेड के पहले भी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने कोटा और बारां से सबूत इकट्ठे किए थे, जिसके तहत उन्होंने सभी ठिकानों के बारे में पता किया था. पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े मुखिया की भी पूरी जानकारी ली थी.

पड़ोसियों को नहीं जानकारी, बड़ी संख्या में आए थे NIA की टीम
विज्ञान नगर की अमन कॉलोनी में रहने वाले साजिद के घर एनआईए की टीम के करीब 40 से 50 सदस्यों ने छापेमारी की. हालांकि साजिद घर पर नहीं मिला. वह किराए के मकान में रह रहा है. जिस मकान में कार्रवाई की गई है, वहां कोई सदस्य मौजूद नहीं है. मकान मालकिन खुद भी घर से थोड़ी दूरी पर खड़ी हुई थी. उसने मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया. कहा कि जो जानकारी देनी थी, वह छापा मारने वाली टीम आई थी उसे दे दी है.

पड़ोसियों का कहना है कि बड़ी संख्या में पुलिस बाहर खड़ी थी और अंदर भी कई अधिकारी थे. हालांकि पड़ोसियों का यह भी कहना है कि साजिद इलेक्ट्रिशियन का काम करता था. उन्हें छापे के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. वह इस मकान में बीते करीब 4 से 5 साल से रह रहा था. ससुर की मौत होने की बात बताकर वह चार से पांच दिन से यहां नहीं है.

सुभाष नगर की बॉम्बे योजना में घंटों चली कार्रवाई
एनआईए की एक टीम देर रात करीब 3:00 बजे के आसपास ही बॉम्बे योजना के एक मकान में पहुंच गई थी. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जाप्ता भी वहां पर भेजा गया था. यह कार्रवाई आज दोपहर 2:00 बजे तक वहां पर चली. मकान मुबारिक मंसूरी का बताया गया है. जब वह घर पर नहीं मिला तो उसके बेटे नौशाद को एनआईए की टीम ने हिरासत में लिया औऱ पूछताछ की. बताया जा रहा है मुबारिक मंसूरी सैलून संचालित करता था और कैथून के मवासा का ही रहने वाला है. यहां से भी एनआईए की टीम ने सामग्री को जप्त किया है.

Last Updated : Jan 12, 2023, 5:01 PM IST
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