कोटा. जिले के रामगंजमंडी उपखंड में रविवार को नगर पालिका की ओर से अतिक्रमण पर कार्रवाई की गई. यह कार्रवाई 22 जगहों पर करीब 7 घंटे चली. जिसके बाद प्रशासन ने 8 करोड़ की जमीन को प्रशासन की ओर से मुक्त कराया गया.
इस दौरान पालिका ईओ ने बताया कि शहर में किया गया अतिक्रमण गरीब परिवार के नहीं थे. उन्होंने बताया कि असल में यह वह अतिक्रमण है जो भूमाफिया की ओर से अतिक्रमण कर गरीब परिवारों को रहने की जगह देते हैं और उनसे किराया वसूलते हैं.
इस मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय गौतम ने कहा कि अगर पालिका को अतिक्रमण पर कार्रवाई करनी ही थी तो शहर के बीच स्थित राजस्थान मील में करती, जहां वास्तविकता में अतिक्रमण हो रहा है. विजय गौतम ने नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि अतिक्रमण पर कार्रवाई कुछ क्षेत्रीय राजनेताओं की नाराजगी के चलते हुआ है. जिसके कारण गरीब लोगों के घर और दुकानें तोड़ी गई.
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उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने शहर में बड़े-बड़े अतिक्रमण पर कार्रवाई नहीं की तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.बता दें कि, पूर्व पालिका अध्यक्ष के भाई ने भी यहां अतिक्रमण किया हुआ था. जिसका कोर्ट में केस चल रहा था. कोर्ट के आदेश के बाद ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नगर पालिका की ओर से की गई.