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दुर्घटना में नाबालिक की मौत, परिजनों ने मौत के 36 घंटे बाद भी नहीं उठाया शव...

कोटा के उद्योग नगर में क्रेन से लोहे का बंडल गिरने से नाबालिग की मौत मामले में परिजनों ने अब शव नहीं उठाया है. परिजन उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं.

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दुर्घटना में नाबालिक की मौत, परिजनों ने मौत के 36 घंटे बाद भी नहीं उठाया शव...
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Published : Feb 15, 2023, 12:06 AM IST

कोटा. शहर के उद्योग नगर थाना इलाके में एक क्रेन से लोहे का बंडल गिरने से इसके नीचे दबे नाबालिग की मौत सोमवार को हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद भी मंगलवार तक नहीं उठाया. देर रात तक पुलिस और परिजनों के बीच समझाइश का क्रम जारी रहा, लेकिन परिजनों ने मुआवजे का आश्वासन नहीं मिलने के चलते डेड बॉडी को नहीं उठाया है. डेड बॉडी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ही रखी हुई है.

पुलिस ने देर रात क्रेन मालिक को भी मोर्चरी के बाहर बुलाया, लेकिन पीड़ित पक्ष और क्रेन मालिक दोनों के बीच मुआवजे को लेकर सहमति नहीं बनी. ऐसे में मृतक का शव को पोस्टमार्टम के बाद भी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा हुआ है. उद्योग नगर थाना अधिकारी मनोज सिकरवार ने बताया कि श्री राम नगर डीसीएम निवासी मृतक सुरजीत सिंह क्रेन पर खलासी का काम करता था.

पढ़ें: तालाब में डूबे व्यक्ति का नहीं उठाया शव, परिजनों ने पुलिस पर लगाए लापरवाही के आरोप

नाबालिग की उम्र 17 साल 6 माह बताई जा रही है. इस संबंध में जांच की जाएगी. उसकी मृत्यु के बाद संवेदक रामस्वरूप पारेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. परिजनों ने क्रेन मालिक के घर पर जाकर धमकी भी दी थी. इसके चलते अब वह आगे नहीं आ रहा है. परिजनों के आक्रोश के बाद उसे देर रात को 10:30 बजे मोर्चरी पर बुलाया था, लेकिन परिजनों से मुआवजे पर सहमति नहीं बनी है. ऐसे में ठेकेदार वापस लौट गया है.

पढ़ें: तीन दिन बाद भी परिजनों ने नहीं उठाया विवाहिता का शव, पति, सास व जेठ की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े

परिजनों का कहना है कि मृतक दादा रामप्रीत सिंह दादी सेवरा देवी के पास ही रहता था। यहां पर उसकी बहन पूजा सिंह भी रहती थी। साथ ही वह रायपुरा स्थित एक निजी विद्यालय में 11वीं में पढ़ रहा था. उसके पिता जय सिंह और मां सरिता देवी गुजरात में कार्य करते हैं. ऐसे में वह घटना की जानकारी के बाद ही आज कोटा पहुंचे थे. इनके आने के बाद इनके द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया. साथ ही पोस्टमार्टम करवा दिया, लेकिन उसके बाद परिजनों ने शव नहीं उठाया.

पढ़ें: बालिका को बाइक ने मारी टक्कर, मौत...परिजनों ने नहीं उठाया शव

यह है पूरा मामला: मामले के अनुसार 13 फरवरी शाम को डीसीएम श्री राम नगर निवासी सुरजीत सिंह उद्योग नगर थाना इलाके के इंडस्ट्रियल एरिया में क्रेन के साथ कार्य पर गया था. जहां क्रेन से फैक्ट्री में लोहे के बंडल उठाने का कार्य था. ट्रेन से लोहे के बंडल उठाकर दूसरी जगह रखे जा रहे थे. इस दौरान ट्रेन का हुक टूट गया और लोहे का बंडल नीचे गिरा. यह सुरजीत के ऊपर गिर गया. इसके चलते वह गंभीर घायल हो गया और उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया.

कोटा. शहर के उद्योग नगर थाना इलाके में एक क्रेन से लोहे का बंडल गिरने से इसके नीचे दबे नाबालिग की मौत सोमवार को हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद भी मंगलवार तक नहीं उठाया. देर रात तक पुलिस और परिजनों के बीच समझाइश का क्रम जारी रहा, लेकिन परिजनों ने मुआवजे का आश्वासन नहीं मिलने के चलते डेड बॉडी को नहीं उठाया है. डेड बॉडी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ही रखी हुई है.

पुलिस ने देर रात क्रेन मालिक को भी मोर्चरी के बाहर बुलाया, लेकिन पीड़ित पक्ष और क्रेन मालिक दोनों के बीच मुआवजे को लेकर सहमति नहीं बनी. ऐसे में मृतक का शव को पोस्टमार्टम के बाद भी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा हुआ है. उद्योग नगर थाना अधिकारी मनोज सिकरवार ने बताया कि श्री राम नगर डीसीएम निवासी मृतक सुरजीत सिंह क्रेन पर खलासी का काम करता था.

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नाबालिग की उम्र 17 साल 6 माह बताई जा रही है. इस संबंध में जांच की जाएगी. उसकी मृत्यु के बाद संवेदक रामस्वरूप पारेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. परिजनों ने क्रेन मालिक के घर पर जाकर धमकी भी दी थी. इसके चलते अब वह आगे नहीं आ रहा है. परिजनों के आक्रोश के बाद उसे देर रात को 10:30 बजे मोर्चरी पर बुलाया था, लेकिन परिजनों से मुआवजे पर सहमति नहीं बनी है. ऐसे में ठेकेदार वापस लौट गया है.

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परिजनों का कहना है कि मृतक दादा रामप्रीत सिंह दादी सेवरा देवी के पास ही रहता था। यहां पर उसकी बहन पूजा सिंह भी रहती थी। साथ ही वह रायपुरा स्थित एक निजी विद्यालय में 11वीं में पढ़ रहा था. उसके पिता जय सिंह और मां सरिता देवी गुजरात में कार्य करते हैं. ऐसे में वह घटना की जानकारी के बाद ही आज कोटा पहुंचे थे. इनके आने के बाद इनके द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया. साथ ही पोस्टमार्टम करवा दिया, लेकिन उसके बाद परिजनों ने शव नहीं उठाया.

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यह है पूरा मामला: मामले के अनुसार 13 फरवरी शाम को डीसीएम श्री राम नगर निवासी सुरजीत सिंह उद्योग नगर थाना इलाके के इंडस्ट्रियल एरिया में क्रेन के साथ कार्य पर गया था. जहां क्रेन से फैक्ट्री में लोहे के बंडल उठाने का कार्य था. ट्रेन से लोहे के बंडल उठाकर दूसरी जगह रखे जा रहे थे. इस दौरान ट्रेन का हुक टूट गया और लोहे का बंडल नीचे गिरा. यह सुरजीत के ऊपर गिर गया. इसके चलते वह गंभीर घायल हो गया और उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया.

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