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Kota: औषधि नियंत्रण और स्वास्थ्य विभाग की टीम की अचानक छापेमारी, बिना डिग्री के क्लीनिक चलाने वालों पर एक्शन

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Published : Nov 22, 2021, 6:39 PM IST

Updated : Nov 22, 2021, 8:14 PM IST

कोटा में औषधि नियंत्रण संगठन और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने बिना डिग्री के डाक्टर बनकर इलाज कर रहे क्लीनिक संचालक पर छापेमारी कर बड़ा एक्शन लिया है.

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स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करते हुए

कोटा. औषधि नियंत्रण संगठन और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवर को डकनिया रेलवे स्टेशन के नजदीक सूर्यनगर में एक क्लीनिक पर कार्रवाई की है. यह क्लीनिक आयुर्वेद शॉप की आड़ में संचालित किया जा रहा था. जहां पर एलोपैथिक दवाइयों के जरिए उपचार किया जा रहा. क्लीनिक को चिकित्सा विभाग ने बंद करा दिया है. साथ ही वहां से बड़ी मात्रा में दवाइयां भी जब्त की है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नमूने भी लिए है.

सूचना मिलने पर आसपास के जितने भी बिना डिग्री के चिकित्सक थे, सभी अपनी दुकानों को बंद कर मौके से फरार हो गए. इलाज कर रहे नारायण हलधर ने दावा किया है कि उसके पास डिग्री है. ऐसे में 3 दिन का नोटिस भी उसे दिया गया है.

औषधि नियंत्रण और स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी

पढ़ें- झोलाछाप डॉक्टरों को लेकर विधायक भरत सिंह का पत्र, कहा- सरकार की सोच अपनी जगह लेकिन 'जुगाड़' का भी महत्व

मामले की जानकारी देते हुए ट्रक कंट्रोल ऑफिसर उमेश मुखीजा ने बताया कि राजस्थान संपर्क पोर्टल के जरिए एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि कोविड-19 नियमों की अवहेलना करते हुए सूर्य नगर में महादेव क्लीनिक संचालित किया जा रहा है. जहां पर एलोपैथिक उपचार दिया जाता है. जबकि वहां पर प्रैक्टिस कर रहे व्यक्ति के पास में किसी तरह की कोई डिग्री नहीं है. इस पर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक टीम गठित की गई.

क्लीनिक को किया बंद

उमेश मुखीजा ने बताया कि बड़ी मात्रा में दवाइयां भी मौके पर क्लीनिक से बरामद की गई है. जिन को जब्त कर लिया गया है. साथ ही एक दवा का नमूना भी लिया गया है. इसके अलावा क्लीनिक को बंद करवा दिया है. उस पर नोटिस चर्चा किया है. तीन दिन में संचालक नारायण हलधर से प्रैक्टिस करने के संबंध में आवश्यक कागजात मांगे गए हैं. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जो दवाइयां यहां पर मिली है. उनमें एंटी एलर्जी से लेकर एंटीबायोटिक और ऐसी दवाइयां है जो कि बिना चिकित्सक के परामर्श के नहीं ली जा सकती. साथ ही इनका खरीद और बेचने का रिकॉर्ड भी रखना होता है.

कोटा. औषधि नियंत्रण संगठन और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवर को डकनिया रेलवे स्टेशन के नजदीक सूर्यनगर में एक क्लीनिक पर कार्रवाई की है. यह क्लीनिक आयुर्वेद शॉप की आड़ में संचालित किया जा रहा था. जहां पर एलोपैथिक दवाइयों के जरिए उपचार किया जा रहा. क्लीनिक को चिकित्सा विभाग ने बंद करा दिया है. साथ ही वहां से बड़ी मात्रा में दवाइयां भी जब्त की है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नमूने भी लिए है.

सूचना मिलने पर आसपास के जितने भी बिना डिग्री के चिकित्सक थे, सभी अपनी दुकानों को बंद कर मौके से फरार हो गए. इलाज कर रहे नारायण हलधर ने दावा किया है कि उसके पास डिग्री है. ऐसे में 3 दिन का नोटिस भी उसे दिया गया है.

औषधि नियंत्रण और स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी

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मामले की जानकारी देते हुए ट्रक कंट्रोल ऑफिसर उमेश मुखीजा ने बताया कि राजस्थान संपर्क पोर्टल के जरिए एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि कोविड-19 नियमों की अवहेलना करते हुए सूर्य नगर में महादेव क्लीनिक संचालित किया जा रहा है. जहां पर एलोपैथिक उपचार दिया जाता है. जबकि वहां पर प्रैक्टिस कर रहे व्यक्ति के पास में किसी तरह की कोई डिग्री नहीं है. इस पर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक टीम गठित की गई.

क्लीनिक को किया बंद

उमेश मुखीजा ने बताया कि बड़ी मात्रा में दवाइयां भी मौके पर क्लीनिक से बरामद की गई है. जिन को जब्त कर लिया गया है. साथ ही एक दवा का नमूना भी लिया गया है. इसके अलावा क्लीनिक को बंद करवा दिया है. उस पर नोटिस चर्चा किया है. तीन दिन में संचालक नारायण हलधर से प्रैक्टिस करने के संबंध में आवश्यक कागजात मांगे गए हैं. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जो दवाइयां यहां पर मिली है. उनमें एंटी एलर्जी से लेकर एंटीबायोटिक और ऐसी दवाइयां है जो कि बिना चिकित्सक के परामर्श के नहीं ली जा सकती. साथ ही इनका खरीद और बेचने का रिकॉर्ड भी रखना होता है.

Last Updated : Nov 22, 2021, 8:14 PM IST
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