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कोटा: ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत, शिनाख्त में जुटी पुलिस

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Published : Jul 21, 2020, 4:33 PM IST

कोटा में ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. स्टेशन मास्टर ने घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा किया. पुलिस शव की शिनाख्त में जुटी हुई है. मृतक मंदबुद्धि बताया जा रहा है.

Youth dies in Kota,  One person died by train,  man dies after being hit by train
ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत

रामगंजमंडी (कोटा). ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. घटना कोटा के मोड़क थाना क्षेत्र की है. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच कर शव अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस अभी शव की शिनाख्त करने में जुटी है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार युवक मंदबुद्धि था और आस-पास के इलाके में घूम फिर कर गुजर बसर करता था.

शिनाख्त में जुटी पुलिस

पुलिस ने मृतक का शव मोड़क सीएचसी मोर्चरी में रखवा दिया है. मोड़क थाना सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चंद मीणा ने बताया कि रेलवे स्टेशन मास्टर के द्वारा सूचना मिली कि रेलवे ट्रैक पोल नम्बर 865 / 22 पर एक व्यक्ति का शव पड़ा है. जिसके बाद पुलिस जाप्ता के साथ मौके पर पहुंची. मृतक का शव अपलाइन के पास मिला. पुलिस ने मौके पर शव का पंचनामा बनाया. पुलिस फिलहाल मृतक की शिनाख्त में जुटी है. थानाधिकारी ने बताया कि अगर मृतक के परिजन नहीं मिलते हैं तो फिर पुलिस की तरफ से ही मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

पढ़ें: झालावाड़: कार और वैन में आमने-सामने की टक्कर, हादसे में महिला और मासूम की मौत, 8 घायल

भारत में हर सालों हजारों की जाती हैं जान

भारत में हजारों लोग प्रतिवर्ष रेल हादसों में अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं. 1990 से 1995 के बीच की बात करें तो भारत में औसतन हर वर्ष 500 ट्रेन दुर्घटनाएं होती थी और इन दुर्घटनाओं में 2400 लोग अपनी जान गंवा देते थे. 20 साल बाद के डेटा में बड़ा चेंज आया है. 2013 से 2018 के बीच औसतन 110 ट्रेन एक्सीडेंट हुए और इनमें 990 लोगों की मौत हुई और 1500 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.

रामगंजमंडी (कोटा). ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. घटना कोटा के मोड़क थाना क्षेत्र की है. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच कर शव अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस अभी शव की शिनाख्त करने में जुटी है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार युवक मंदबुद्धि था और आस-पास के इलाके में घूम फिर कर गुजर बसर करता था.

शिनाख्त में जुटी पुलिस

पुलिस ने मृतक का शव मोड़क सीएचसी मोर्चरी में रखवा दिया है. मोड़क थाना सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चंद मीणा ने बताया कि रेलवे स्टेशन मास्टर के द्वारा सूचना मिली कि रेलवे ट्रैक पोल नम्बर 865 / 22 पर एक व्यक्ति का शव पड़ा है. जिसके बाद पुलिस जाप्ता के साथ मौके पर पहुंची. मृतक का शव अपलाइन के पास मिला. पुलिस ने मौके पर शव का पंचनामा बनाया. पुलिस फिलहाल मृतक की शिनाख्त में जुटी है. थानाधिकारी ने बताया कि अगर मृतक के परिजन नहीं मिलते हैं तो फिर पुलिस की तरफ से ही मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

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भारत में हर सालों हजारों की जाती हैं जान

भारत में हजारों लोग प्रतिवर्ष रेल हादसों में अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं. 1990 से 1995 के बीच की बात करें तो भारत में औसतन हर वर्ष 500 ट्रेन दुर्घटनाएं होती थी और इन दुर्घटनाओं में 2400 लोग अपनी जान गंवा देते थे. 20 साल बाद के डेटा में बड़ा चेंज आया है. 2013 से 2018 के बीच औसतन 110 ट्रेन एक्सीडेंट हुए और इनमें 990 लोगों की मौत हुई और 1500 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.

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