रामगंजमण्डी(कोटा). जिले के उपखण्ड क्षेत्र में कोटा स्टोन की बंद हुई खदानों को चालू कराने के लिए कोटा स्टोन, खनन , लोकल ट्रक और बाहरी ट्रक एसोसिएशन के लोगों ने उपखण्ड कार्यालय पर प्रदर्शन किया. सभी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बेरोजगारी दूर करने और खनन क्षेत्र को चालू कराने के लिए उप जिलाधिकारी को समस्याएं सुनाईं. उन्होंने कोटा स्टोन की खदानों को फिर से चालू कराने की मांग भी रखी.
कोटा स्टोन एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र काला, उपाध्यक्ष गोपाल गर्ग, पूर्व उपाध्यक्ष प्रह्लाद बैसला, और खनन व्यवसाई कमल गुप्ता, अरावली मिनरल्स ऑनर्स विपिन जैन, लोकल ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल पारेता, कुलवंत गुर्जर ,पत्थर व्यवसाई सचिन शर्मा ने बताया, कि एनजीटी के एसोसिएटेड स्टोन इंडस्ट्रीज की खदानों पर रोक लगाने की वजह से हजारों मजदूरों पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है. रामगंजमंडी की अर्थव्यवस्था स्टोन के खनन पर आधारित है.
कोटा स्टोन ही यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और खनन कार्य पर रोक लगने के कारण हजारों मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. वहीं सरकार और एनजीटी को टाइगर हिल्स को इकोनॉमिक सेंसेटिव जोन घोषित करना चाहिए. जिससे टाइगर हिल्स की 10 किलोमीटर में बंद पड़ी खदानें फिर से चालू हो सकें.
उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद उपखंड अधिकारी को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा.जिसमें बताया गया, कि रामगंज मंडी की अर्थव्यवस्था खनन पर आधारित है. कोटा स्टोन के खनन पर रोक लगती है तो हजारों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे. ज्ञापन में खनन कार्य पर एनजीटी की लगाई गई रोक को जल्द हटाने की मांग की गई.