कोटा. जिले के लाख सनीजा गांव निवासी आर्मी के जवान हनुमान मीणा की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. परिजनों का कहना है कि उन्हें आर्मी की तरफ से फोन आया और जिसमें बताया है कि हनुमान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. जिससे उसकी मौत हो गई है.
हालांकि परिजन इस मौत के पीछे संदिग्ध बात पर इत्तेफाक जता रहे हैं. परिजनों का कहना है कि हनुमान आत्महत्या नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. दूसरी तरफ हनुमान की मौत की खबर सुनकर पूरा परिवार शोक में डूब गया है. उनके घर का माहौल गमगीन बना हुआ है. जानकारी के अनुसार कोटा जिले के लाख सनीजा गांव निवासी हनुमान मीणा 8 साल से आर्मी में तैनात है. पहले वह जम्मू में पोस्टेड था और वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश में उसकी ड्यूटी है. परिजनों का कहना है कि वह अपना मेडिकल करवाने के लिए 26 मई को अरुणाचल प्रदेश से असाम आया हुआ था. इस दौरान उसने हमारे साथ करीब 1 घंटे तक वीडियो कॉल पर बात की थी.
दूसरे दिन यानी 27 मई को हमें 10 बजे फोन आता है कि हनुमान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. परिजनों का कहना है कि हनुमान आत्महत्या नहीं कर सकता था, क्योंकि वह खुश था. जब से बात हुई थी तो वह कह रहा था अगस्त में मैं आऊंगा तब कार खरीदेंगे. ऐसे में वह आत्महत्या नहीं कर सकता है. उसकी हत्या की गई है. ऐसे में उन्होंने पूरे मामले की जांच की बात भी कही है.
परिजनों का यह भी कहना है कि हनुमान जब जम्मू कश्मीर में पोस्टेड था तब उसकी ड्यूटी के दौरान गिरने पर हड्डी टूट गई थी, जिस हड्डी को रिप्लेस किया गया था. ऐसे में हर साल उसको मेडिकल करवाना पड़ता है, इस साल के मेडिकल के बारे में उसे आर्मी क्लर्क ने देरी से सूचना दी. इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया था. बात बढ़ने पर दोनों में मारपीट भी हो गई थी. इसके बाद दोनों को क्वार्टर गार्ड की सजा मिली थी और जुर्माना भी लगाया गया था. इसके बाद हनुमान अपना मेडिकल करवाने के लिए आसाम गया हुआ था. जहां से उसकी मृत्यु की सूचना आई है.