कोटा. मांगलिक कार्यों में किन्नर समूह द्वारा उपहार लेने पहुंचने पर मनमानी के आरोपों के चलते एक नई पहल की गई है. एक सेवा संस्थान के सहयोग से नई शुरुआत की गई. किन्नर समूह के एक गुट की ओर से घोषणा की गई है, यदि आयोजक स्वयं किन्नर समूह को आमंत्रित करेंगे तो स्वेच्छा से दी गई उपहार राशि को स्वीकार करेंगे और आशीर्वाद प्रदान करेंगे.
कर्मयोगी सेवा संस्थान के संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि विवाह समारोह व मांगलिक कार्यों में किन्नर समूह पहुंच कर अपना आशीर्वाद देते हैं. वे नकद राशि के रूप में नेग लेते हैं, जिस पर ट्रांसजेंडर्स पर मनमानी के आरोप लगते हैं. ऐसे में किन्नर समुदाय के उत्थान को लेकर कार्यरत कर्मयोगी सेवा संस्थान ने नए कोटा क्षेत्र किन्नर प्रमुख रीना दीदी से संपर्क कर इसका हल निकालते हुए नई पहल की गई है.
बदा दें कि कोटा शहर में अधिकांश अर्थी रथ कर्मयोगी सेवा संस्थान के चल रहे हैं. इस संस्थान की मदद से हजारों शवों का अंतिम संस्कार अब तक किया चुका है. इन सब लाशों के अस्थि एकत्रित करके उनको पूरे क्रियाकलाप से गंगा में विसर्जित भी किया जाता है.
उन्होंने बताया कि यदि परिजन मांगलिक कार्यों के अवसर पर स्वेच्छा से आमंत्रित करते हुए स्वेच्छा से दिया गया नेग स्वीकार करें. जिस पर रीना दीदी ने स्वीकार करते हुए सहमति प्रदान कर दी. रीना दीदी ने बताया कि यही तो समस्या है कि कोई अपनी इच्छा से किन्नर समुदाय को बुलाता ही नहीं है. परिवार की जानकारी प्राप्त करके उन तक पहुंचना पड़ता है. उन्होंने कहा कि लोग सम्मान सहित बुलाएंगे, तो समस्त ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए गौरव की बात होगी.
इसी के अंतर्गत शनिवार को पहली बार सामाजिक संस्था ह्यूमन हेल्प लाइन के वीरेंद्र जैन आदिनाथ के पुत्र नमन जैन के विवाह समारोह में रीना दीदी किन्नर, काजल किन्नर समूह को अग्रिम रूप से पहल करते हुए बधाई के लिए मांगलिक कार्यक्रम में बुलाया. जहां सभी का सम्मान करते हुए भेंट स्वरूप उपहार राशि प्रदान की गई. ह्यूमन हैल्पलाइन के अध्यक्ष मनोज जैन आदिनाथ ने सभी परिजनों के साथ मिलकर किन्नर समूह का यथायोग्य सम्मान किया, जिससे किन्नर समुदाय बहुत ही खुश हुआ और उनके दिए गए नजराने से संतुष्ट नजर आया.
किन्नर बोले पहली बार किसी ने हमें इस तरह से बुलाया : किन्नर रीना, काजल व एक दर्जन से अधिक ट्रांसजेंडर्स ने कहा कि ये पहला अवसर है, जब हमें किसी परिवार ने निमंत्रण पत्र भेंट कर बुलावा भेजा, जिसका हम सम्मान करते हैं. यदि समाज हमारा इसी तरह सहयोग करे, तो हमे भी संबल मिलता रहेगा. किन्नर समूह ने वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान किया. संस्थान की अलका दुलारी ने कहा कि अन्य समूह को भी उसके लिए प्रेरित किया जाएगा. कोटा शहर में लगभग सात समूह कार्य कर रहे हैं.