कोटा. देश की सबसे प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड का परिणाम घोषित हो चुका है. इसमें 180372 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 43773 ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) की काउंसलिंग के लिए पात्र घोषित किए गए. कोटा के एलन कोचिंग संस्थान की कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-एडवांस्ड के रिजल्ट के बाद अब विद्यार्थियों और अभिभावकों में सबसे बड़ी उत्सुकता कॉलेज और ब्रांच के चयन की है.
उन्होंने बताया कि हर विद्यार्थी अच्छी आईआईटी के साथ मनपसंद ब्रांच चाहता है. ऐसे में उन्होंने विद्यार्थियों को रैंक की कैलकुलेशन के अनुसार ही बताया है कि उन्हें कौन सी आईआईटी में प्रवेश मिल सकता है. साथ ही आहूजा ने बताया कि ऐसे विद्यार्थी जिनकी जेईई एडवांस्ड आल इंडिया रैंक काफी पीछे है, उन्हें जेईई एडवांस्ड के आधार पर आईआईपीई विशाखापट्टनम, राजीव गांधी पेट्रोलियम, आईआईएसईआर, आईआईएसटी में आवेदन के विकल्प उपलब्ध है. इन सभी संस्थानों की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
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रैंक 100 से नीचे : टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में कम्प्यूटर साइंस. हालांकि, आईआईटी मुम्बई सीएस ब्रांच में टॉप 61 पर क्लॉज हो जाती है. इसके बाद दूसरी प्राथमिकता दिल्ली सीएस को स्टूडेंट देते हैं. तीसरी प्राथमिकता में कानपुर और मद्रास की कम्प्यूटर साइंस ब्रांच को दी जाती है.
100 से 500 रैंक : कानपुर की एमएनसी, दिल्ली, बॉम्बे, कानपुर व मद्रास आईआईटी की इलेक्ट्रीकल, खड़गपुर की सीएस मिल सकती है.
500 से 1000 रैंक : मध्य बीएचयू, रुड़की, हैदराबाद, गुवाहाटी की सीएस, मुम्बई, दिल्ली, कानपुर की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है.
1000 से 4000 रैंक : गांधी नगर, इंदौर, रूपड़, मंडी, जोधपुर, धनबाद, पटना, भुवनेश्वर में कम्प्यूटर साइंस व मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस के अलावा अन्य ब्रांचें मैकेनिकल, कैमिकल, सिविल, एयरोस्पेस, प्रोडक्शन.
4000 से 8000 रैंक : रुड़की, गुवाहाटी, खड़गपुर, हैदराबाद, वाराणसी में सिविल, कैमिकल, मेटलर्जी व मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में लोअर ब्रांचेंज, पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू में सीएस.
8000 से 12000 रैंक : रोपड़, मंडी, इंदौर, गांधीनगर, जोधपुर, भुवनेश्वर, पटना, धनबाद में कोर ब्रांच के अलावा अन्य ब्रांचों के साथ-साथ पुराने सात आईआईटी में बॉयलोजिकल साइंस, नेवल आर्किटेक्चर, माइनिंग इंजीनियरिंग, पॉलीमर साइंस, सिरेमिक इंजीनियरिंग.
12 से 17 हजार रैंक : पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू.
बता दें कि आईआईटी की ब्रांच मिलने की संभावनाएं कैटेगरी अनुसार परिवर्तित होती है. वहीं, छात्राओं को दिए गए 20 प्रतिशत फी-मेल पूल कोटे से आईआईटी में ब्रांच मिलने की संभावनाएं काफी पीछे की रैंक तक बन जाती है.