कोटा. जिला परिषद की सामान्य बैठक बुधवार को हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक में कांग्रेस और भाजपा के दो-दो विधायक मौजूद थे. ज्यादातर समय यही हावी रहे. विधायकों के निशाने पर सीईओ शुभम चौधरी रहीं.
विधायक भरत सिंह ने सीईओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब से यह आई है. गांव में विकास ठप है. सीईओ पंचायत समिति की एक बैठक में भी नहीं गई है. इस दौरान जिला परिषद सदस्य रमेश महावर ने जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि तुम चले जाओगे तो बैठक का समय बीत जाएगा और उनके मुद्दे रह जाएंगे.
इस पर हंगामा शुरू हो गया. कलेक्टर अग्रवाल ने सदस्य को अमर्यादित भाषा का उपयोग नहीं करने की बात कही. कलेक्टर के समर्थन में सबसे पहले पीडब्ल्यूडी एक्सईएन शरद सक्सेना आए. वह खड़े होकर इस टिप्पणी का विरोध करने लगे. इस पर मीटिंग में मौजूद सभी अधिकारी खड़े हो गए और बाहर आ गए. ऐसे में जनप्रतिनिधि भी बाहर आ गए और बैठक स्थगित हो गई.