कोटा. जिले में बुधवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय पर किसान संगठन के पदाधिकारियों ने नहरों के जर्जर हालत को लेकर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कोटा बैराज डैम से निकलने वाली दाएं से बाएं मुख्य नहरों के नहरी तंत्र के टेल क्षेत्र तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने की मांग की गई है.
अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा ने कहा है कि अक्टूबर महीने में कोटा बैराज डैम की दोनों नहरों में पानी छोड़ा गया था, लेकिन नवंबर महीने में शुरू हो जाने के बाद भी टेल क्षेत्र के खेतों तक अब तक नहरी पानी नहीं पहुंच पाया है. जिसकी वजह से किसानों को रबी की फसल बुवाई के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. जिसमें किसान अपने स्तर पर ट्यूबवेल से पलेवा सिंचाई करने को मजबूर हैं. बोरदा ने सीऐडी प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक 30 फीसदी ही सिंचाई रबी फसल बुवाई के लिए हो पाई है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि अभी भी 70 फीसदी सिंचाई पलेवा करने के लिए बाकी है. वहीं किसान प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने कहा कि सीएडी विभाग में बड़ा भ्रष्टाचार मचा हुआ है. यही कारण है कि क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत नहीं हो पा रहा है और नहरों में डिस्ट्रीब्यूटर, ब्रांचों, माइनरों में पानी का लीकेज हो रहा है. जिसके बाद किसान प्रतिनिधि मंडल ने कोटा सीएडी संभागीय आयुक्त को ज्ञापन देकर नहरी क्षेत्र के टेल के खेतों तक पलेवा सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने की मांग की है.