कोटपूतली-बहरोड: 4 बार नेशनल लेवल, आरपीएल, अंडर-19, अंडर 14, 23 वन डे जैसे कई टूर्नामेंट खेलने के बाद बहरोड के बेटे सचिन यादव अब विजय हजारे ट्रॉफी में आईपीएल व इंडियन टीम के खिलाड़ियों के बीच अपना प्रदर्शन करेंगे. सचिन के पिता अशोक दुसाद ने दावा किया कि हाल ही में अलवर जिले में 1996 में प्रमोद यादव के बाद 28 साल बाद कोई खिलाड़ी अलवर की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने जा रहा है.
उन्होंने बताया कि पिछले माह कॉल्विन शील्ड स्टेट टूर्नामेंट में सचिन ने 486 रन बनाकर मैंन ऑफ द टूर्नामेंट रहे. इसके बाद तिरुवनंतपुरम में आयोजित 23 वन डे टूर्नामेंट में असम के खिलाफ 136 गेंदों पर 15 चौके और 9 छक्के से 136 रन बनाए. बेहतर प्रदर्शन के चलते विजय हजारे ट्रॉफी में बतौर सीनियर खिलाड़ी चयन हुआ, जो 9 जनवरी को बड़ौदा में राजस्थान टीम में खेलेंगे.
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सचिन यादव पुत्र अशोक दुसाद बहरोड क्षेत्र के वार्ड नं. 7 के मूल निवासी हैं. सचिन के पिता सीबीईओ कार्यालय पर सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में सेवारत हैं. सचिन ने बताया कि उन्हें क्रिकेट से शुरू से ही रुचि रही. परिवार में दादा रामावतार यादव और चाचा नप वॉइस चेयरमैन विक्रम यादव का उन्हें काफी सपोर्ट मिला. सचिन वर्तमान में जयपुर के राजीव गांधी क्रिकेट एकेडमी के लिए पिछले 7 साल से खेल रहे हैं.
8 साल में इतने मैच खेले : सचिन के परिजनों ने बताया कि 10 वर्ष की उम्र से सचिन की रुचि क्रिकेट खेल की तरफ है. सचिन 4 बार राजस्थान की टीम से राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं. पहली बार 2017 में अंडर-14 में राजस्थान की टीम से खेलकर, टीम को विजेता ट्रॉफी तक पहुंचाने में सचिन का अहम रोल रहा. इसके बाद 2018 में अंडर-16, 2019 में अंडर-16, 2022 में अंडर-19 खेलकर पाली के खिलाफ कॉल्विन शील्ड में 142 रनों की पारी खेली. पिछले माह कॉल्विन शील्ड स्टेट टूर्नामेंट में सचिन 486 रन बनाकर मैंन ऑफ द टूर्नामेंट रहे. इसके बाद तिरुवनंतपुरम में आयोजित 23 वन डे टूर्नामेंट में असम के खिलाफ 136 गेंदों पर 15 चौके और 9 छक्के से 136 रन बनाए.
जिला क्रिकेट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मोहित यादव ने भी सचिन को बधाई देते हुए कहा कि बहरोड का लाडले ने राजस्थान में अपना और क्षेत्र का नाम रोशन किया है. पूरे जिले की ओर से सचिन को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. वो आगे चलकर देश का नाम रोशन करें. सचिन का विजय हजारे ट्रॉफी में सिलेक्शन होने पर क्षेत्र के युवाओं में जोश है.