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कोटा के सांगोद में पहले बरसात और अब खराब रास्ते ने तोड़ी किसानों की कमर

कोटा के सांगोद इलाके में पिछले दिनों हुई जबरदस्त बारिश के चलते गांवों से खेतों तक जाने वाले रास्ते बिगड़ गए हैं. किसानों को खेतों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है, जिससे अब आगामी खेती की तैयारियां भी अधर में पड़ गई है.

kota news, सांगोद कोटा खबर
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Published : Oct 16, 2019, 8:13 AM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:12 PM IST

सांगोद (कोटा). सांगोद क्षेत्र के मंडाप ग्राम पंचायत में गावों से खेतों तक जाने के कच्चे रास्ते लगातार बारिश से खराब हो चुके हैं और दलदल सी स्थिति बन गई है. समस्या इस कदर हावी हो गई है कि किसान खेतों तक टैक्ट्रर नहीं पहुंच पा रहे हैं. क्षेत्र में हुई अत्यधिक बरसात ने किसानों की कमर पहले ही तोड़ दी और जो फसल अब खेत में बची है. उसको भी किसान घर नहीं ला पा रहे हैं.

भूखे मरने की कगार पर अन्नदाता

मंडाप गावं में खेतों तक जाने के रास्तों पर ग्राम पचायत की ओर से नरेगा योजना तो चलाई पर नरेगा वाले रास्तों पर ग्रेवल नहीं डाली गई. मंडाप जी एस एस से किल्याहेडी और विनोदकला वाले रोड पर खेतों में जाने का रास्ता नहीं है. लगातार बारिश के कारण खेतों तक रास्ते इस कदर खराब हो चुके हैं कि खेतों में टैक्ट्रर ले जाना मुश्किल हो रहा है. इसके चलते किसान अपनी फसल को घर नहीं ला पा रहे हैं और आने वाली खरीब की फसल की तैयारी में भी खलल पड़ रहा है. किसान चाहते हुए भी खेतों में टैक्ट्रर नहीं पहुंचा पा रहे हैं.

पढ़ें: मंत्री-विधायक के विदेशी दौरों पर गहलोत सरकार सख्त, 3 सप्ताह पहले देने होंगे प्रस्ताव

किसान हेमन्त नागर ने बताया कि किसानों की ओर से पंचायत के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को भी समस्या के बारे में अवगत कराया, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई हैं. किसान पास के खेतों से गुजरने की कोशिश करते है तो खेत मालिकों की ओर से उन्हें खेतों से निकलने पर रोका जाता है. बरसात के समय में तो खेत मे जाने तक का रास्ता नहीं होता है. किसान ने बताया कि खेतों में कीटनाशक स्प्रे करने के लिए रोड पर ही स्प्रे मशीन लगाकर करीब तीन हजार फीट तक की लाइन बिछाकर खेतों तक पहुंचाई जाती है, जिससे किसान खेत में कीटनाशक स्प्रे कर पाता है. ऐसे में किसान को इसका अत्यधिक भार वहन करना पड़ता है.

किसान ब्रजराज नागर ने बताया कि कच्चे रास्तों पर पंचायत की ओर से मिट्टी तो डाली जाती है पर ग्रेवल नहीं डलवाई जाती जो कि बरसात के समय में बह जाती है और खेतों पर जाने का रास्ता बंद हो जाता है. मनरेगा के तहत चलाई गई योजना पूर्व में बंद हो गई थी. पंचायत द्वारा इसको साल 2019 में फिर से चालू कराया गया है. एक मिस्टोल का काम पूरा हो गया है जो बाकी है उसका कार्य अत्यधिक बरसात होने के कारण नहीं कराया जा सका. अब सुचारू रूप से इसका काम चालू कर इस पर ग्रेवल डलवाई जाएगी.

सांगोद (कोटा). सांगोद क्षेत्र के मंडाप ग्राम पंचायत में गावों से खेतों तक जाने के कच्चे रास्ते लगातार बारिश से खराब हो चुके हैं और दलदल सी स्थिति बन गई है. समस्या इस कदर हावी हो गई है कि किसान खेतों तक टैक्ट्रर नहीं पहुंच पा रहे हैं. क्षेत्र में हुई अत्यधिक बरसात ने किसानों की कमर पहले ही तोड़ दी और जो फसल अब खेत में बची है. उसको भी किसान घर नहीं ला पा रहे हैं.

भूखे मरने की कगार पर अन्नदाता

मंडाप गावं में खेतों तक जाने के रास्तों पर ग्राम पचायत की ओर से नरेगा योजना तो चलाई पर नरेगा वाले रास्तों पर ग्रेवल नहीं डाली गई. मंडाप जी एस एस से किल्याहेडी और विनोदकला वाले रोड पर खेतों में जाने का रास्ता नहीं है. लगातार बारिश के कारण खेतों तक रास्ते इस कदर खराब हो चुके हैं कि खेतों में टैक्ट्रर ले जाना मुश्किल हो रहा है. इसके चलते किसान अपनी फसल को घर नहीं ला पा रहे हैं और आने वाली खरीब की फसल की तैयारी में भी खलल पड़ रहा है. किसान चाहते हुए भी खेतों में टैक्ट्रर नहीं पहुंचा पा रहे हैं.

पढ़ें: मंत्री-विधायक के विदेशी दौरों पर गहलोत सरकार सख्त, 3 सप्ताह पहले देने होंगे प्रस्ताव

किसान हेमन्त नागर ने बताया कि किसानों की ओर से पंचायत के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को भी समस्या के बारे में अवगत कराया, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई हैं. किसान पास के खेतों से गुजरने की कोशिश करते है तो खेत मालिकों की ओर से उन्हें खेतों से निकलने पर रोका जाता है. बरसात के समय में तो खेत मे जाने तक का रास्ता नहीं होता है. किसान ने बताया कि खेतों में कीटनाशक स्प्रे करने के लिए रोड पर ही स्प्रे मशीन लगाकर करीब तीन हजार फीट तक की लाइन बिछाकर खेतों तक पहुंचाई जाती है, जिससे किसान खेत में कीटनाशक स्प्रे कर पाता है. ऐसे में किसान को इसका अत्यधिक भार वहन करना पड़ता है.

किसान ब्रजराज नागर ने बताया कि कच्चे रास्तों पर पंचायत की ओर से मिट्टी तो डाली जाती है पर ग्रेवल नहीं डलवाई जाती जो कि बरसात के समय में बह जाती है और खेतों पर जाने का रास्ता बंद हो जाता है. मनरेगा के तहत चलाई गई योजना पूर्व में बंद हो गई थी. पंचायत द्वारा इसको साल 2019 में फिर से चालू कराया गया है. एक मिस्टोल का काम पूरा हो गया है जो बाकी है उसका कार्य अत्यधिक बरसात होने के कारण नहीं कराया जा सका. अब सुचारू रूप से इसका काम चालू कर इस पर ग्रेवल डलवाई जाएगी.

Intro:Body:सांगोद(कोटा)
मोतीलाल सुमन
स्पेशल रिपोर्ट
भूखे मरने की कगार पर अन्नदाता

पहले बरसात अब खराब रस्ते ने तोड़ी किसान की कमर

सांगोद क्षेत्र के मंडाप ग्राम पंचायत में गावो से खेतो तक जाने का रास्ता कच्चा होने से किसान खेतों तक टैक्ट्रर नही पहुच पा रहे है।क्षेत्र में हुई अत्यधिक बरसात ने किसानों की कमर पहले ही तोड़ दी ओर जो फसल अब खेत मे बची है उसको भी किसान घर नही ला पा रहे है ।
मड़ाप गावं मे खेतो तक जाने के रास्तो पर ग्राम पचायतं द्वारा नरेगा तो चलाई पर नरेगा वाले रास्तों पर ग्रेवल नही डाली गई। मड़ाप जी एस एस से किल्याहेडी व मण्डाप से विनोदकला वाले रोड़ पर खेतो मे जाने का रास्ता नही है लगातार बारिस के कारण खेतो तक रास्ते इस कदर खराब हो चुके हे कि खेतो मे टैक्ट्रर ले जाना मुशिकल हो रहा है. इसके चलते किसान अपनी फसल को घर नही ला पा रहे है और आने वाली खरीब की फसल की तेयारी मे भी खलल पड़ रहा है किसान चाहते हुऐ भी खेतो में टेक्ट्रर नही पहुचा पा रहे हे |

किसान हेमन्त नागर ने बताया कि किसानों द्वारा पंचायत के जनप्रतिनिधियों ओर अधिकारियों को भी समस्या के बारे में अवगत कराया पर समस्या जस की तस बनी हुई है किसान पास के खेतों से गुजरने की कोशिश करते है तो खेत मालिकों द्वारा उन्हें खेतों से निकलने पर रोका जाता है बरसात के समय मे तो खेत मे जाने तक का रास्ता नही होता है किसान ने बताया कि खेतो में कीटनाशक स्प्रे करने के लिए रोड पर ही स्प्रे मसीन लगाकर करीब तीन हजार फीट तक कि लाइन बिछाकर खेतों तक पहुचाई जाती है जिसके द्वारा किसान खेत मे कीटनाशक स्प्रे कर पाता है ऐसे में किसान को इसका अत्यधिक भार वहन करना पड़ता है

वही दूसरी ओर किसान महेंद्र प्रजापत ने बताया की खेत तक जाने का रास्ता नही होने कारण फसल को खेतों से बाहर निकाल नही पा रहे है आधी फसल तो बरसात के कारण पहले ही नष्ट हो चुकी है और जो बची हुई है उसको भी खराब रस्ते के चलते घर लाना संभव नही है और अगली फसल की तैयारी भी नही कर पा रहे है वही

किसान ब्रजराज नागर ने बताया कि कच्चे रास्तों पर पंचायत द्वारा बार मिट्टी तो डाली जाती है पर ग्रेवल नही डलवाई जाती जो कि बरसात के समय मे बह जाती है और खेतों पर जाने का रास्ता बंद हो जाता है ट्रेक्टर तो दूर पैदल निकलने तक का रास्ता नही होता ऐसे में मजदूर भी खेत तक नही पहुच पाते और फसल जस की तस ही खेतों में बनी रहती है । बता दे मड़ाप जी एस एस के पास से खेतो में जानी वाली गडार पर ग्राम पचायतं द्वारा नरेगा तो प्रदन्ह साल से चल रही है पर ग्राम पचायतं द्वारा आज दिन तक भी रास्ते पर ग्रेवल नही डाली। भारी बरसात के कारण मिट्टी तेज पानी के बहाव मे बह जाती है इससे खेतो में जाने का रास्ता अवरूद हो गया है ।

सरंपच ने क्या कहा

नरेगा के तहत चलाई गई योजना पूर्व में बंद हो गई थी पंचायत द्वारा इसको 2109 में फिर से चालू कराया गया है एक मिस्टोल का काम पूरा हो गया है जो बाकी है उसका कार्य अत्यधिक बरसात होने के कारण नही कराया जा सका ।अब सुचारू रूप से इसका काम चालू कर इस पर ग्रेवल डलवाई जाएगी।
बाईट हेमन्त नागर किसान
बाईट महेंद्र प्रजापत किसान
बाईट ब्रजराज नागर किसान
बाईट देवीलाल बैरवा सरपंच मंडाप ग्राम पंचायतConclusion:
Last Updated : Oct 16, 2019, 1:12 PM IST
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