कोटा. कोरोना काल मे सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. लेकिन जगह-जगह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की खबर आ रही है. जिले में रावतभाटा रोड स्थित नया गांव से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां राशन डीलर की दुकान खुलने की खबर मिलते ही राशन की दुकान के आगे अनावश्यक भीड़ इकट्ठा हो गई. इस दौरान सबसे बड़ी चौकाने वाली बात ये रही कि जिस जगह भीड़ लगी उससे समय महज 200 मीटर पर तीन पुलिस कर्मी बैठे थे. लेकिन उन्हें भीड़ को हटाने या उनको सोशल डिस्टेंसिंग करवाने की नहीं सूझी.
राशन डीलर ने सूचना बोर्ड पर 15 अप्रैल को गेहूं बाटने की सूचना चस्पा कर रखी थी. जिसको देखते हुए लोग राशन दुकान पर राशन लेने पहुंच गए. लेकिन उन्होंने वहां जा कर देखा तो वहां दुकान का शटर बंद पड़ा हुआ था. जिसके कारण वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा होना शुरु हो गई. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने जब राशन डीलर से फोन पर बात की तो, उसने पोस मशीन पर गेहूं नहीं चढ़ने से दुकान नहीं खोलने की बात कही. इस पर लोगों को समझाइश कर वहां से हटाया गया. वहीं लोगों को ये भी सूचना दी जा रही है कि, जिसका राशन कार्ड चालू नहीं है, उसको भी राशन कार्ड से गेहूं दिया जाएगा. इस कारण लोग और ज्यादा भीड़ लगा रहे हैं.
पढ़ेंः SPECIAL: आदिवासी परिवार सैकड़ों सालों से कर रहे हैं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
वहीं, राशन लेने पहुंचे लोगों ने राशन डीलर पर आरोप लगाते हुए कहा कि राशन डीलर खाद्य सुरक्षा में आने वाले सभी लोगों को गेंहू नही देता है. आधे लोगों को गेहूं वितरण करने के बाद दुकान बंद कर चला जाता है.