कोटा. रक्षाबंधन पर जिस तरह से एक बहन की रक्षा भाई करता है. वैसे ही एक कांस्टेबल ने देवदूत बनकर उसकी जान बचाई और आत्महत्या करने से उसे रोका है. घटना कोटा शहर की नयापुरा थाना इलाके की है. जहां पर एक महिला चंबल नदी की पुलिया पर आत्महत्या करने पहुंच गई थी. जिसकी सूचना पर कांस्टेबल अशोक कुमार चंबल नदी की पुलिया पर पहुंचे और महिला को कूदने से रोका. साथ ही उससे समझाइश कर थाने लेकर पहुंचे.
नयापुरा थाने के सीआई रमेश कुमार ने बताया कि आरकेपुरम में रहने वाली 19 वर्षीय महिला अपने परिवार से परेशान होकर पहुंची थी. उसने आरोप लगाया है कि उसका पति और ननद उसे तंग कर रहे थे. साथ ही पति उसके पीहर में जाकर भाई को राखी बांधने से भी रोक रहा था. इसी से नाराज होकर महिला आत्महत्या का कदम उठाने जा रही थी. ऐसे में कांस्टेबल अशोक उसके भाई के रूप में देवदूत बनकर आया. इस पूरी घटना के बाद कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने कांस्टेबल को 2100 रुपए का इनाम की घोषणा की है.
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दूसरी तरफ, कांस्टेबल अशोक कुमार का कहना है कि राखी के अवसर पर पुलिस लाइन से उसकी ड्यूटी चंबल की पुलिया पर लगाई थी. इसी दौरान एक महिला उसे संदिग्ध नजर आई. वह भागते हुए चंबल नदी की पुलिया पर पहुंचे. महिला पुलिया पर चढ़कर कूदने वाली थी, तभी मैंने उसे रोक लिया और पकड़ लिया. महिला को मैंने बहन की तरह समझाया और उसने तभी मेरी बात मानी. साथ ही कहा कि मैं उसका दूसरा भाई हूं.