कोटा. भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने यात्रियों के बैग में कट लगा कीमती सामान चुराने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. आरोपी शातिराना अंदाज में राहगीरों के बैग में कट लगाकर चोरी कर लेता था. जिसके बाद उनके बैगों को लेकर भी फरार हो जाता था. इस गैंग के सदस्य यूपी के रहने वाले हैं और इसी तरह की वारदात को करने के लिए कोटा में आकर जम गए हैं.
बीते 1 महीने से ये गैंग के सदस्य कोटा में हैं. साथ ही स्टेशन इलाके में फेरी लगाकर फ्रिज में रखने वाली खाली बोतलें और अन्य सामान बेचते हैं. इसी के जरिए रेकी करते हुए अपने शिकार को तलाश लेते हैं और वारदातों को अंजाम देते हैं. इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस उप अधीक्षक द्वितीय भगवंत सिंह हिंगड़ ने बताया कि 12 फरवरी को जनशताब्दी एक्सप्रेस में भरतपुर से कोटा आई गुरुशा और उसकी मां मिथिलेश के बैग को अज्ञात बदमाशों ने बैग के कट लगाकर सोने चांदी के जेवर, 30 हजार रुपए नगद और एटीएम कार्ड सहित अन्य सभी जरूरी आईडी लेकर फरार हो गए थे. इसके अलावा इस बैग में मिले एटीएम के साथ पिन नंबर भी था. ऐसे में इसके जरिए 20 हजार रुपए भी इन्होंने कुन्हाड़ी इलाके से निकाल लिए थे. इस संबंध में टीमें गठित की हुई थी.
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भीमगंजमंडी थानाधिकारी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने वारदात के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया था. साथ ही लगातार स्टेशन बाजार में निगरानी रखते हुए सीसीटीवी फुटेज के जरिए ही संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई. जिनमें से दो आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. यह बाबू अहमद और अशरफ अली है. जिन्होंने पुलिस पूछताछ में इस पूरी वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही इस गैंग का मुखिया तौफीक है, जो कि घटना के बाद से ही फरार है.
इन तीन आरोपियों में तौफीक और बाबू आमद मुरादाबाद के निवासी है. जबकि अशरफ अली बिजनौर जिले का रहने वाला है. यह तीनों कुन्हाड़ी की बापू कॉलोनी में बीते 1 महीने से किराए से रहते थे. साथ ही फेरी लगाकर यह रेलवे स्टेशन के आसपास घूमते थे और इनका मुख्य उद्देश्य ऑटो में बैठ कर यात्रियों के बैग में कट लगाकर उनमें रखे जेवर और नगदी को चोरी करना है.