कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के कारनामे खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. अब उनके खिलाफ एक लेडी लेक्चरर ने मुकदमा दर्ज कराया है. यह भी राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं. मुकदमा दादाबाड़ी थाने में सोमवार देर रात 11:00 बजे दर्ज किया गया है. जिसमें परमार पर रास्ता रोकना, छेड़छाड़, जबरन हाथ पकड़ना, गंदी व भद्दी बातें करना, गाली गलौज और प्रताड़ित करने के आरोप लगे हैं.
पुलिस ने महिला लेक्चरर की शिकायत पर में धारा 120 बी, 323, 354, 354 क, घ, 384, 385, 452, 504 और 509 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. दर्ज हुई एफआईआर में आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर के अलावा पूर्व डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रो. राजीव गुप्ता, प्रोफेसर राजेश सिंघल और एक महिला कर्मी पर भी परमार का साथ देने का आरोप लगाया गया है (Indecent Proposal at RTU). पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि इस मामले की जांच भी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ही करेगी.
आपको बता दें कि ईटीवी भारत ने पहले गिरीश परमार के कारनामों को उजागर करते हुए समाचार प्रकाशित किया था. जिसमें भी इस लेक्चरर से की गई बदतमीजी व छेड़छाड़ का जिक्र किया गया था. महिला लेक्चरर का आरोप है कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय प्रबंधन को भी इस संबंध में शिकायत की, लेकिन किसी ने भी कोई सुनवाई नहीं की.
मुझे लड़की चाहिए, बिकिनी की तो दुकान लगा सकता हूं- दर्ज मुकदमे के अनुसार महिला लेक्चरर को गिरीश परमार घर के बाहर 1 अक्टूबर 2012 को मिला था. परमार ने गंदी और अभद्र भाषा मे कहा कि मुझे तो लड़की चाहिए, बिकिनी की दुकान तो मैं खोल कर पटक दूंगा. महिला लेक्चरर के मुताबिक वो घबराकर वहां से जाने लगी, तब नशे में धुत परमार ने उसका हाथ पकड़ लिया, हाथ छुड़वा घर भागी, तब परमार क्वार्टर के बाहर खड़ा हो गया. महिला लेक्चरर ने अपनी बेटी के रोने का हवाला दिया, तब उससे कहा कि बेटी को सुला कर आ जाओ. हम एंजॉय करेंगे हनीमून मनाएंगे. इसके साथ ही यह भी कहा कि तुम क्वार्टर छोड़, दो हम अपार्टमेंट में रहेंगे. किराया भी मैं दे दूंगा.
महिला लेक्चरर के पति से मारपीट- लेक्चरर के अनुसार उसने 1 अक्टूबर 2012 को पूरा घटनाक्रम अपने पति को बताया दूसरे दिन पति, अपने एक मित्र और महिला के देवर परमार से मिलने गए. इस दौरान नशे में धुत परमार के साथ गाली गलौज हुई. तब परमार ने ये बेहद शर्मनाक बात कही. बोला कि वो 500 रुपए में महिला लेक्चरर को उठा लेगा. उसके बाद लेक्चरर के पति से भी मारपीट कर दी थी.
दस साल डिप्रेशन में बीते- महिला लेक्चरर ने दर्ज करवाई एफआईआर में जिक्र किया है कि 1 अक्टूबर 2012 को प्रोफेसर राजीव गुप्ता, गिरीश परमार और महिला कार्मिक की वजह से 10 साल डिप्रेशन में निकले हैं और इनकी वजह से ही एमटेक पूरा होने में भी 14 साल लग गए. महिला लेक्चरर ने यह भी बताया कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय प्रबंधन से इस संबंध में शिकायत की, लेकिन सभी ने परमार का साथ दिया. छेड़छाड़ के मामले को लेकर अक्टूबर 2012 में दादाबाड़ी थाने आई, तब पहले से ही प्रोफेसर राजीव गुप्ता व राजेश सिंघल मौजूद थे. दोनों ने मेरे परिवार वालों को सरकारी नौकरी का डर दिखाते हुए केस दर्ज नहीं कराने दिया. इसके बाद भी प्रो. गुप्ता ने कई बार मुझे धमकियां दी है.
महिला लेक्चरर का यह भी कहना है कि 2013-14 में मेरा क्वार्टर बदला गया, यह प्रो. राजीव गुप्ता के नजदीक था. आरटीयू के यूडी एग्जाम में भी एब्सेंट बता दिया, उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए उसे काफी धक्के खाने पड़े. महिला के मुताबिक 25 लोगों का प्रमोशन हुआ जिसमें उसका नाम भी शामिल था, लेकिन 2015 फिर प्रमोशन रुकवा दिया. आरोप है कि 2022 में लेक्चरर के पिता हॉस्पिटल में भर्ती थे, तब प्रो. राजीव गुप्ता ने उससे बदतमीजी की थी.
दावा करता था हमने कई स्टूडेन्ट्स की मदद की- गिरीश परमार महिला लेक्चरर को आरटीयू ने अलॉट किए क्वार्टर के नीचे रहता था. वह कभी भी टैंक का पानी बहा देता था, तो कभी नल खुला छोड़ देता था. साल 2011 में परमार एक कर्मचारी के साथ मेरे क्वार्टर में कुछ आया, तब मेरी मां थी वह अपनी छत टपकने का बहाना बनाने लगा. कभी वह तभी तेज दरवाजे बजाता था. कभी पढ़ाई करती थी, तो तेज आवाज में गाने बजाता था. महिला लेक्चरर ने एफआईआर में बताया है कि परमार दावा करता था कि इलेक्ट्रॉनिक्स की कई बुक है. प्रोफेसर गुप्ता व मैंने कई स्टूडेंट्स की हेल्प की है, यदि तुम्हें एमटेक के पेपर लिखने में मदद चाहिए, तो बताना. यहां तक कि परमार ने सीढ़ियों पर कैमरा तक भी लगा दिया था.