कोटा. शहर के बोरखेड़ा इलाके में सड़क हादसे में हुई युवक की मौत के बाद गुरुवार को पोस्टमार्टम रूम के बाहर मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजन मोर्चरी के बाहर जमा हो गए और शव उठाने से इनकार करते हुए धरने पर बैठ गए. परिजनों की मांग थी कि मृतक परिवार को 5 लाख का मुआवजा दिया जाए. मृतक बाबूलाल कालबेलिया के परिजनों का आरोप है कि इलाके में बड़े स्तर पर अवैध खनन होता है और कई बार बोरखेड़ा थाने में इसकी शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
सूचना के बाद पुलिस उप अधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ और राजेश मेश्राम सहित 3 थानों के एसएचओ और पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन परिजन अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे. मौके पर एसडीएम दीपक मित्तल ने पहुंच कर मृतक बाबूलाल के परिजनों के साथ समझाइश की और मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1 लाख रुपए की सहायता राशि शीघ्र दिलवाने का आश्वाशन दिया.
इसके साथ ही अवैध खनन के खिलाफ जांच करवाने की बात कही गई जिसके बाद परिजन सहमत हुए और पोस्टमार्टम करवाने के लिए सहमति दी. वहीं मामले पर पुलिस उप अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ ने बताया कि बोरखेड़ा इलाके में देर रात एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार बाबूलाल को टक्कर मार दी थी जिसमें उसकी मौत हो गई थी.
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मृतक बाबूलाल के परिजनों का आरोप है कि अवैध खनन ट्रॉली ने बाबूलाल को टक्कर मारी थी जिसके लिए 5 लाख मुआवजे के लिए परिजन धरने पर बैठे थे. एसडीएम दीपक मित्तल ने आश्वस्त किया और 1 लाख की सरकारी सहायता शीघ्र दिलवाने का आश्वासन देने के बाद परिजन मान गए हैं.