सांगोद (कोटा). क्षेत्र के दीगोद गांव में रविवार शाम एक मकान की नींव खुदाई के दौरान पास में बना एक पक्का मकान भरभराकर ढह गया. मकान के दो कमरों में मौजूद एक ही परिवार के दो बच्चे और दो महिला समेत छह लोग मलबे में दब गए.
वहीं हादसे के बाद यहां लोगों की चीख पुकार मच गई. मौके पर मौजूद लोगों ने दौड़कर तत्काल मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला और 108 एम्बूलेंस की मदद से सभी को सांगोद अस्पताल पहुंचाया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद पांच घायलों को कोटा रेफर किया गया. हादसे के बाद अस्पताल में भी लोगों की भीड़ लगी रही.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दीगोद में रामकंवर रेगर के मकान के पास गांव के ही राजेन्द्र सुमन ने मकान निर्माण शुरू करवाया है. रविवार को यहां मजदूर गेंती और फावड़ों से राजेन्द्र के मकान की नींव की खुदाई कर रहे थे. इसी दौरान नींव से सटकर बना रामकंवर के पक्के मकान की नींव में भी दरारे आ गईं और मकान भरभराकर ढह गया. हादसे के दौरान मकान के दो कमरों में दो बच्चे, दो महिलाएं और दो पुरूष मौजूद थे. जो सभी मकान के मलबे में दब गए और चोटिल हो गए.
गौरतलब है कि नींव खुदाई कर रहे मजदूर तो मकान के ढहने से पहले ही भाग निकले. यहां सभी छह घायलों का उपचार कर गंभीर घायल नैतिक 8 साल, आदित्य 8 साल, सुरेश 22 साल, राजेश बाई 25 साल, शंकुतला 25 साल को कोटा रैफर किया. मलबे में कोई दबा ना रह जाए इसके लिए पुलिस ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर तलाशी करवाई.
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घायलों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजनों के अस्पताल पहुंचने से अस्पताल में भी कुछ समय अफरा तफरी मच गई. मौजूद चिकित्सकों और कार्मिकों ने तत्काल घायलों का उपचार शुरू किया. सूचना पर थानाधिकारी धनराज मीणा समेत अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे और हादसे की जानकारी ली. इस दौरान पूर्व विधायक हीरालाल नागर, देहात अध्यक्ष ओम अडूसा, नगर अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा, पार्षद रामावतार खटीक, पूर्व पार्षद अरविंद चौरसिया भी मौके पर पहुंचे और घायलों की कुशलक्षेम जानकर ग्रामीणों से हादसे की जानकारी ली.