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कोटा: माधोपुर गांव में उपखंड अधिकारी ने 30 बीघा चारागाह भूमि को करवाया अतिक्रमण मुक्त

कोटा में कनवास उपखंड के माधोपुर गांव में उपखंड अधिकारी ने सोमवार को 30 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया है. उपखंड अधिकारी राजेश डागा ने बताया कि माधोपुर की चारागाह भूमि पर विकास कार्य के लिए 30 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हुई है. साथ ही क्षेत्र की सभी चारागाह भूमि के सीमांकन का कार्य जारी है और जल्द ही अन्य गांवों में भी अतिक्रमण हटाया जाएगा.

Sangod Kota News, अतिक्रमण मुक्त, चारागाह भूमि
कोटा के माधोपुर गांव में 30 बीघा चारागाह भूमि हुई अतिक्रमण मुक्त
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Published : Jul 28, 2020, 2:06 AM IST

सांगोद (कोटा). जिले के कनवास उपखंड में चारागाह अतिक्रमण मुक्त ग्राम अभियान, श्मशान भूमि अतिक्रमण हटाओ अभियान, स्कूल खेल मैदान अतिक्रमण मुक्त अभियान और समझाइश के जरिए रास्ता विवाद निस्तारण अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत माधोपुर गांव में सोमवार को 30 बीघा भूमि पर करीब 20 साल से किए जा रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की है.

पढ़ें:10 महीने बाद BSP का जागना और व्हिप जारी करना, BJP को मदद करने की नाकामयाब कोशिश: वाजिब अली

अतिक्रमण हटाने से पहले कानूनगो मीठालाल और पटवारी अनूप चौधरी ने चारागाह भूमि का सीमांकन कर ग्राम पंचायत और ग्राम विकास अधिकारी को बताया. ग्राम पंचायत ने सभी अतिक्रमियों से अतिक्रमण हटाने के लिए समझाइश और मुनादी की थी.

उपखंड अधिकारी राजेश डागा बताया कि इस भूमि पर 15 व्यक्तियों ने कई तरह का निर्माण कर अतिक्रमण किया था, जिसको जेसीबी की मदद से हटाना शुरू किया तो अतिक्रमियों ने पत्थर और चारा आदि खुद अन्य जगह ले जाने के लिए 2 दिन का समय की मोहलत मांगी. पंचायत की सहमति के बाद इस भूमि से अतिक्रमियों को पत्थर और चारा हटाने के लिए 2 दिन का समय दिया गया है. 2 दिन में अतिक्रमियों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाने पर सामग्री को जब्त कर ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दिया जाएगा.

पढ़ें:Special : अनलॉक के बाद भी लोहा और पेपर उद्योग 'लॉक'...मैन पावर की कमी बड़ी समस्या

साथ ही उपखंड अधिकारी ने बताया कि माधोपुर की चारागाह भूमि पर विकास कार्य के लिए 30 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हो गई है, जिससे मनरेगा के तहत वृक्षारोपण शुरू किया जा सकेगा. पहले भी जालीमपुरा ग्राम पंचायत में अतिक्रमण को हटाकर वृक्षारोपण का कार्य किया जा चुका है. जालीमपुरा की तरह ही यहां भी वृक्षारोपण किया जाएगा, जिससे भविष्य में अतिक्रमण होने की गुंजाइश ना रहे. साथ ही क्षेत्र की सभी चारागाह भूमि के सीमांकन का कार्य जारी है और जल्द ही अन्य गांवों में भी अतिक्रमण हटाया जाएगा.

सांगोद (कोटा). जिले के कनवास उपखंड में चारागाह अतिक्रमण मुक्त ग्राम अभियान, श्मशान भूमि अतिक्रमण हटाओ अभियान, स्कूल खेल मैदान अतिक्रमण मुक्त अभियान और समझाइश के जरिए रास्ता विवाद निस्तारण अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत माधोपुर गांव में सोमवार को 30 बीघा भूमि पर करीब 20 साल से किए जा रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की है.

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अतिक्रमण हटाने से पहले कानूनगो मीठालाल और पटवारी अनूप चौधरी ने चारागाह भूमि का सीमांकन कर ग्राम पंचायत और ग्राम विकास अधिकारी को बताया. ग्राम पंचायत ने सभी अतिक्रमियों से अतिक्रमण हटाने के लिए समझाइश और मुनादी की थी.

उपखंड अधिकारी राजेश डागा बताया कि इस भूमि पर 15 व्यक्तियों ने कई तरह का निर्माण कर अतिक्रमण किया था, जिसको जेसीबी की मदद से हटाना शुरू किया तो अतिक्रमियों ने पत्थर और चारा आदि खुद अन्य जगह ले जाने के लिए 2 दिन का समय की मोहलत मांगी. पंचायत की सहमति के बाद इस भूमि से अतिक्रमियों को पत्थर और चारा हटाने के लिए 2 दिन का समय दिया गया है. 2 दिन में अतिक्रमियों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाने पर सामग्री को जब्त कर ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दिया जाएगा.

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साथ ही उपखंड अधिकारी ने बताया कि माधोपुर की चारागाह भूमि पर विकास कार्य के लिए 30 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हो गई है, जिससे मनरेगा के तहत वृक्षारोपण शुरू किया जा सकेगा. पहले भी जालीमपुरा ग्राम पंचायत में अतिक्रमण को हटाकर वृक्षारोपण का कार्य किया जा चुका है. जालीमपुरा की तरह ही यहां भी वृक्षारोपण किया जाएगा, जिससे भविष्य में अतिक्रमण होने की गुंजाइश ना रहे. साथ ही क्षेत्र की सभी चारागाह भूमि के सीमांकन का कार्य जारी है और जल्द ही अन्य गांवों में भी अतिक्रमण हटाया जाएगा.

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