कोटा. सड़क दुर्घटना में घायल हुए दसवीं के स्टूडेंट की उपचार के बाद मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में उसके परिजनों ने एमबीएस अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. कुन्हाड़ी थाने के सहायक उप निरीक्षक लटूरलाल ने बताया कि 11 जनवरी को बालिता रोड स्थित बीड के बालाजी निवासी 17 वर्षीय वंश अपने मामा दिनेश व बहन के साथ परिचित के घर जा रहा था. नांता नहर के नजदीक एक कार से उनका एक्सीडेंट हो गया. इसके बाद उसे एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, तब से ही वह अस्पताल में भर्ती था.
बुधवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हुई है. पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया गया है. वही वंश के पिता विष्णु शर्मा का कहना है कि दुर्घटना के आधे घंटे बाद तक वंश घायल अवस्था में मौके पर ही पड़ा रहा, उसे उठाया नहीं गया. वे स्वयं ऑटो लेकर उसे अस्पताल लेकर गए थे. वंश के सीने की पसलियां और छाती पर गंभीर चोट थी. इसके बावजूद भी चिकित्सकों ने ठीक उपचार नहीं किया और उसके पैरों में फैक्चर का ऑपरेशन 15 जनवरी को किया.
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जबकि छाती की चोट और पसलियों के फैक्चर का भी उपचार होना चाहिए था, लेकिन वह अस्पताल के चिकित्सकों ने नहीं किया. तबीयत बिगड़ जाने पर निजी अस्पताल ले जाने की सलाह भी दे दी थी. इस मामले में परिजन एमबीएस अस्पताल के चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं. एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ धर्मराज मीणा का कहना है कि बालक काफी गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती हुआ था. उसका समुचित उपचार अस्पताल में चिकित्सकों ने किया है. इसके बावजूद भी परिजनों को आपत्ति है, तो वह पूरे मामले को दिखाएंगे.