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आगामी केंद्रीय बजट से ज्वैलरी कारोबारियों को बड़ी उम्मीद, राजस्थान के जीडीपी में 17 प्रतिशत है योगदान - JAIPUR JEWELLERY INDUSTRY

केन्द्र के आगामी बजट को लेकर जयपुर के ज्वेलरी कारोबारियों को उम्मीद है कि इस उद्योग के इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट के लिए सरकार कुछ घोषणा करेगी.

Jaipur Jewellery Industry
जयपुर ज्वेलरी शो (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 14 hours ago

जयपुर: जैसलमेर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में केंद्रीय बजट 2025-26 को लेकर प्री-बजट बैठक की गई. इस बैठक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सुझाव लिए गए. विभिन्न इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बजट में सरकार उनके लिए कोई बड़ी घोषणा या फिर रियायत देगी. राजस्थान की बात करें तो राजस्थान का ज्वेलरी बाजार पूरी दुनिया में काफी प्रसिद्ध है. यहां डिजाइन की हुई ज्वेलरी की मांग पूरे विश्व में है. इसका उदाहरण हाल ही में आयोजित जयपुर ज्वेलरी शो में देखने को मिला है, जिसमें पूरे विश्व से ज्वेलरी कारोबारी भाग लेने पहुंचे. ऐसे में इस इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों को भी केंद्र सरकार के आने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं.

ज्वेलरी कारोबारियों का कहना है कि रत्न एवं आभूषण उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है. यह राजस्थान के जीडीपी का 17 प्रतिशत है. जयपुर में दो स्पेशल इकोनॉमिक जोन (सेज), एक एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रीयल पार्क (ईपीआईपी), जेम्स एंड ज्वेलरी इंस्टीट्यूट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, वर्ल्ड क्लास लेबोरेटरी और जेम बोर्स स्थापित किए जा रहे हैं. इसके बाद बड़ी संख्या में रोजगार के मौके भी उत्पादन होंगे.

पढ़ें: जयपुर ज्वेलरी शो 2024: रत्नों और कारीगरी का भव्य उत्सव, 100 साल पुराना कल्पवृक्ष और इनले वर्क ज्वेलरी की चमक

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की जरूरत: ज्वेलरी कारोबारी राजीव जैन का कहना था कि इस इंडस्ट्री को केंद्र सरकार और राज्य सरकार का सहयोग मिलता रहा है, लेकिन फिर भी हमें ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की जरूरत है. इसे लेकर हम लगातार सरकार को पत्र भी लिखते रहते हैं.

इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत: जैन का यह भी कहना था कि किसी भी इंडस्ट्री को स्थापित करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है. केंद्र सरकार आने वाले बजट में ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने को लेकर कोई बड़ा फैसला करे. पूरे देश और विदेश में राजस्थान की ज्वेलरी एक अलग पहचान रखती हैं, ऐसे में अगर सरकार राजस्थान में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देती है तो ज्वेलरी सेक्टर पूरे विश्व में एक अलग पहचान बना सकता है.

टेक्नोलॉजी की जरूरत: ज्वेलरी कारोबारी अजय काला का कहना है कि इस इंडस्ट्री में अभी टेक्नोलॉजी का काफी अभाव है. अब इस इंडस्ट्री में भी टेक्नोलॉजी की काफी आवश्यकता होने लगी है. कुछ ऐसी मशीनरियों की आवश्यकता है, जिनका आयात करना पड़ता है, लेकिन यह आयात काफी मुश्किल होता है. ऐसे में सरकार को विदेशों से टेक्नोलॉजी लेकर आनी चाहिए.

जयपुर: जैसलमेर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में केंद्रीय बजट 2025-26 को लेकर प्री-बजट बैठक की गई. इस बैठक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सुझाव लिए गए. विभिन्न इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बजट में सरकार उनके लिए कोई बड़ी घोषणा या फिर रियायत देगी. राजस्थान की बात करें तो राजस्थान का ज्वेलरी बाजार पूरी दुनिया में काफी प्रसिद्ध है. यहां डिजाइन की हुई ज्वेलरी की मांग पूरे विश्व में है. इसका उदाहरण हाल ही में आयोजित जयपुर ज्वेलरी शो में देखने को मिला है, जिसमें पूरे विश्व से ज्वेलरी कारोबारी भाग लेने पहुंचे. ऐसे में इस इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों को भी केंद्र सरकार के आने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं.

ज्वेलरी कारोबारियों का कहना है कि रत्न एवं आभूषण उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है. यह राजस्थान के जीडीपी का 17 प्रतिशत है. जयपुर में दो स्पेशल इकोनॉमिक जोन (सेज), एक एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रीयल पार्क (ईपीआईपी), जेम्स एंड ज्वेलरी इंस्टीट्यूट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, वर्ल्ड क्लास लेबोरेटरी और जेम बोर्स स्थापित किए जा रहे हैं. इसके बाद बड़ी संख्या में रोजगार के मौके भी उत्पादन होंगे.

पढ़ें: जयपुर ज्वेलरी शो 2024: रत्नों और कारीगरी का भव्य उत्सव, 100 साल पुराना कल्पवृक्ष और इनले वर्क ज्वेलरी की चमक

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की जरूरत: ज्वेलरी कारोबारी राजीव जैन का कहना था कि इस इंडस्ट्री को केंद्र सरकार और राज्य सरकार का सहयोग मिलता रहा है, लेकिन फिर भी हमें ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की जरूरत है. इसे लेकर हम लगातार सरकार को पत्र भी लिखते रहते हैं.

इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत: जैन का यह भी कहना था कि किसी भी इंडस्ट्री को स्थापित करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है. केंद्र सरकार आने वाले बजट में ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने को लेकर कोई बड़ा फैसला करे. पूरे देश और विदेश में राजस्थान की ज्वेलरी एक अलग पहचान रखती हैं, ऐसे में अगर सरकार राजस्थान में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देती है तो ज्वेलरी सेक्टर पूरे विश्व में एक अलग पहचान बना सकता है.

टेक्नोलॉजी की जरूरत: ज्वेलरी कारोबारी अजय काला का कहना है कि इस इंडस्ट्री में अभी टेक्नोलॉजी का काफी अभाव है. अब इस इंडस्ट्री में भी टेक्नोलॉजी की काफी आवश्यकता होने लगी है. कुछ ऐसी मशीनरियों की आवश्यकता है, जिनका आयात करना पड़ता है, लेकिन यह आयात काफी मुश्किल होता है. ऐसे में सरकार को विदेशों से टेक्नोलॉजी लेकर आनी चाहिए.

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