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इंटरनेट के बढ़ते दुष्परिणाम के लिए कार्यशाला का आयोजन, अधिवक्ताओं को साइबर क्राइम के बारे में किया गया जागरूक

करौली में गुरुवार को इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के वजह से साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने के लिए कार्यशाला का आयोजन हुआ. इस मौके पर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से अधिवक्ताओं को वर्चुअल माध्यम से साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी विषय पर जागरूकता लाने के लिए प्रथम प्रशिक्षण दिया गया.

Training of lawyers in Karauli,  Karauli latest Hindi news
करौली में इंटरनेट के बढ़ते दुष्परिणाम के लिए कार्यशाला
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Published : Feb 12, 2021, 11:35 PM IST

करौली. इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के वजह से साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने के लिए कार्यशाला का आयोजन हुआ. इस मौके पर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से अधिवक्ताओं को वर्चुअल माध्यम से साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी विषय पर जागरूकता लाने के लिए प्रथम प्रशिक्षण दिया गया.

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा यादव ने बताया कि इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के कारण साइबर क्राइम की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. इसी को रोकने के लिए राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर की ओर से प्रभावी कदम उठाए जा रहे है. इसी क्रम में करौली मुख्यालय पर वकालत कर रहे अधिवक्ताओं में साईबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी विषय पर जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के हॉल में किया गया.

पढ़ें- करौलीः बजरे से भरे ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर, बाइकसवार महिला की मौत

प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायाधिपति संगीत लोढ़ा, कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर की ओर से किया गया. सचिव ने बताया कि द्वितीय प्रशिक्षण कर्यक्रम का आयोजन 25 फरवरी को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मध्यस्थता हॉल में ही किया जायेगा, जिसमें 50 अधिवक्ताओं का रजिस्टेशन किया गया है, जो दिनांक 25 फरवरी को आयोजित ऑनलाईन वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेगें.

बाल कल्याण समिति ने बालग्रहों की ली बैठक, व्यवस्थाओं को अलर्ट रखने के दिए हैं निर्देश

करौली जिला मुख्यालय पर गुरूवार को जिला बाल कल्याण समिति की ओर से जिलेभर में संचालित बालगृह के संचालकों की बैठक लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.

जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य फजले अहमद, अनिल शर्मा ने बताया जिलेभर में लगभग आठ बालग्रह संचालित हैं. जिनमें निराश्रित बालक बालिकाएं प्रवेशित हैं. जिनके लिए खाना, रहना, शिक्षा सहित तमाम तरीके की सुविधाएं दी जाती हैं. बच्चों की सुविधाओं की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए बैठक का आयोजन जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार जाटव की अध्यक्षता में किया गया.

इस दौरान बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक रिंकी किराड़ भी मौजूद रही. बैठक मे सहायक निदेशक ने साफ तौर पर सभी ग्रह संचालकों को हिदायत देते हुए कहा कि ग्रह के अंदर समस्त व्यवस्थाएं मौजूद रहे. जिससे बालकों को सुविधा मिल सके और बच्चों को सर्वागीण विकास की ओर ले जाया जा सके. इसी दौरान जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य फजले अहमद ने सभी बाल ग्रहों में पुस्तकालय की व्यवस्थाओं को मजबूत करने और ज्ञानवर्धक पुस्तकों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया.

इसके बाद जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य अनिल शर्मा ने कहा कि बाल ग्रहों में समय-समय पर बच्चों को डाइट का स्पेशल रुप से ध्यान रखने, बाल समिति की समय-समय पर बैठक कराकर सुझाव लेने पर जोर दिया. इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य दिलीप कुमार मीणा ने स्टाफ को समय पर पाबंद कर ड्रेस कोड लागू करने की बात कही.

बैठक में मौजूद किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य माधव हरदेनिया ने कहा कि स्वंसेवी संस्थानों का उदेश्य समाज सेवा ही होना आवश्यक है. अगर संस्थान के सदस्यों की विचारधारा समाज सेवी होगी तो उस संस्थान के अंदर कोई कमी नही रहेगी. इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति की सदस्य फरीदा शाहबानो ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन का ध्यान रखकर कोरोना का ध्यान रखना है, क्योंकि अभी कोरोना गया नहीं है.

करौली. इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के वजह से साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने के लिए कार्यशाला का आयोजन हुआ. इस मौके पर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से अधिवक्ताओं को वर्चुअल माध्यम से साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी विषय पर जागरूकता लाने के लिए प्रथम प्रशिक्षण दिया गया.

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा यादव ने बताया कि इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के कारण साइबर क्राइम की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. इसी को रोकने के लिए राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर की ओर से प्रभावी कदम उठाए जा रहे है. इसी क्रम में करौली मुख्यालय पर वकालत कर रहे अधिवक्ताओं में साईबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी विषय पर जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के हॉल में किया गया.

पढ़ें- करौलीः बजरे से भरे ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर, बाइकसवार महिला की मौत

प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायाधिपति संगीत लोढ़ा, कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर की ओर से किया गया. सचिव ने बताया कि द्वितीय प्रशिक्षण कर्यक्रम का आयोजन 25 फरवरी को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मध्यस्थता हॉल में ही किया जायेगा, जिसमें 50 अधिवक्ताओं का रजिस्टेशन किया गया है, जो दिनांक 25 फरवरी को आयोजित ऑनलाईन वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेगें.

बाल कल्याण समिति ने बालग्रहों की ली बैठक, व्यवस्थाओं को अलर्ट रखने के दिए हैं निर्देश

करौली जिला मुख्यालय पर गुरूवार को जिला बाल कल्याण समिति की ओर से जिलेभर में संचालित बालगृह के संचालकों की बैठक लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.

जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य फजले अहमद, अनिल शर्मा ने बताया जिलेभर में लगभग आठ बालग्रह संचालित हैं. जिनमें निराश्रित बालक बालिकाएं प्रवेशित हैं. जिनके लिए खाना, रहना, शिक्षा सहित तमाम तरीके की सुविधाएं दी जाती हैं. बच्चों की सुविधाओं की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए बैठक का आयोजन जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार जाटव की अध्यक्षता में किया गया.

इस दौरान बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक रिंकी किराड़ भी मौजूद रही. बैठक मे सहायक निदेशक ने साफ तौर पर सभी ग्रह संचालकों को हिदायत देते हुए कहा कि ग्रह के अंदर समस्त व्यवस्थाएं मौजूद रहे. जिससे बालकों को सुविधा मिल सके और बच्चों को सर्वागीण विकास की ओर ले जाया जा सके. इसी दौरान जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य फजले अहमद ने सभी बाल ग्रहों में पुस्तकालय की व्यवस्थाओं को मजबूत करने और ज्ञानवर्धक पुस्तकों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया.

इसके बाद जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य अनिल शर्मा ने कहा कि बाल ग्रहों में समय-समय पर बच्चों को डाइट का स्पेशल रुप से ध्यान रखने, बाल समिति की समय-समय पर बैठक कराकर सुझाव लेने पर जोर दिया. इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य दिलीप कुमार मीणा ने स्टाफ को समय पर पाबंद कर ड्रेस कोड लागू करने की बात कही.

बैठक में मौजूद किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य माधव हरदेनिया ने कहा कि स्वंसेवी संस्थानों का उदेश्य समाज सेवा ही होना आवश्यक है. अगर संस्थान के सदस्यों की विचारधारा समाज सेवी होगी तो उस संस्थान के अंदर कोई कमी नही रहेगी. इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति की सदस्य फरीदा शाहबानो ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन का ध्यान रखकर कोरोना का ध्यान रखना है, क्योंकि अभी कोरोना गया नहीं है.

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