करौली. राज्य सरकार के निर्देशों की पालना में जिलेभर में 26 अक्टूबर से 14 नवम्बर 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान का आगाज होगा. अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन, सुचारू संचालन, प्रबंधन,एव अभियान को सफल बनाने के लिए जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश जारी किए हैं. जिला कलेक्टर सिद्वार्थ सिहाग ने बताया कि सरकार के निर्देश पर सोमवार से 14 नवंबर तक शुद्ध के लिए युद्ध अभियान प्रारंभ होगा. अभियान को सफल बनाने के लिये चिकित्सा विभाग के अधिकारी को सैंपलों की संख्या बढ़ाने, प्रतिदिन रिपोर्ट भिजवाने, प्रभावी मोनिटरिंग करने, नियम अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले थोक और खुदरा व्यापारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए संबंधित अधिकारी को मौके पर ही कारवाई करने के साथ विधिक कार्रवाई का निरंतर फोलोअप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि दोषियों और अपराधियों को सजा दिलाई जा सके. जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के ऐसे खाद्य पदार्थ उत्पादक बड़े थोक विक्रेता एवं खुदरा विक्रेता चिन्हित किए जाएंगे, जहां मिलावट की संभावना अधिक है. वहां प्रतिदिन रिपोर्ट लेकर सैंपल टेस्टिंग रिपोर्ट मौके पर तैयार कर भिजवाने एवं लैब में नमूनों की जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि अभियान के अंतर्गत दूध, मावा, पनीर, दूध उत्पाद, आटा, बेसन, खाद्य तेल, घी, सूखे मेवे, मसालों की जांच की जाएगी. अभियान की अवधि में एडल्टरेशन, अनसेफ में संलिप्त उत्पादक के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए सूचना देने वाले को सूचना सही पाए जाने पर 51 हजार रुपए की राशि दी जाएगी. जिला कलेक्टर ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि उपभोक्ता खाद्य पदार्थोे की गुणवत्ता को लेकर सतर्क और जागरूक रहे. इस संबंध में उन्होने बताया कि खाद्य पदार्थाे में तोल, गुणवत्ता इत्यादि की कमी पाए जाने पर कार्रवाई का प्रावधान है. इसलिए उपभोक्ता समझदारी पूर्वक क्रय करे एवं क्रय की गई सामग्री का बिल अवश्य लें.
अधिकारी मास्क लगाने के लिए लोगों को करें प्रेरित...
जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत अधिकारियों को व्यापारियों और उपभोक्ताओं को कोरोना बचाव के लिए मास्क लगाने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित करें. जिससे कि लोग स्वप्रेरणा से मास्क का अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर कोरोना से अपना बचाव कर सके. उन्होने बताया कि कोरोना से बचाव ही उपचार है, इसके लिए उपभोक्ताओं को जन आंदोलन के तहत कोरोना से बचाव के लिए संदेश दें. मास्क लगाएं अपना जीवन बचाएं, खुद पहनों सभी को पहनाओं और कोरोना से अपनी जान बचाओं के बारे में जनजागरूकता लाने का प्रयास करें.