करौली. जिला प्रशासन एवं वन पर्यावरण समिति के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को राजोर गांव के पार्वती के हनुमानजी मन्दिर पर जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ने मंदिर परिसर में वड का पेड़ लगाकर वन महोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत की. कलेक्टर ने पर्यावरण बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की लोगों से अपील की.
जिला कलेक्टर नन्नुमल पहाड़िया ने कहा कि वन होगा तो विकास होगा और वन होगा तो जल होगा. उन्होंने कहा कि पेड़ लगाकर सबको जीवन दान दें. पेड़ का कोई धर्म नही होता वह सभी को ऑक्सीजन देता है. नन्नुमल पहाड़िया ने कहा कि वन महोत्सव की सफल क्रियान्विति आमजन की भागीदारी से ही सफल होती है. उन्होंने कहा कि सर्दियों में जो मावठ पड़ती थी वह अब दिखाई नहीं देती, इसका कारण है कि जमीन में पानी अब सीमित है. बिना पेड़ों के सांस भी नहीं ली जा सकती. कलेक्टर ने कहा कि पौधारोपण एवं जल संरक्षण के लिए बजट की कोई कमी नहीं है. इस कार्य में ग्रामवासियों ने जो अपनी भागीदारी निभाई है उससे यहां का वातावरण स्वच्छ एवं प्रकृति के अनुकूल होगा.
पढ़ें- पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर आयोजित हुए कार्यक्रम..
वहीं पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने कहा की पेड़ है तो जीवन है और इन्हें लगाना ही नहीं बल्कि इनकी सुरक्षा करना भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जहां चाहे वहा पेड़ लगा सकते हैं, जिससे कि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण मिले. डीएफओ श्रवण कुमार रेड्डी ने कहा कि पर्यावरण को बनाने के लिए वृक्ष लगाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि भविष्य में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करे, जिससे कि वातावरण प्रदूषित नहीं हो.
इस दौरान एसपी अनिल कुमार,डीएफओ सरवन कुमार रेड्डी, हेमंत सिंह, सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी ग्रामीण मौजूद रहे. वहीं वन महोत्सव में ग्रामवासियों ने एकजुटता के साथ 150 से अधिक पौधे लगाए. बता दें कि पौधों में पीपल, वड, गुगल, अशोक, करंज, जामुन, सदाबहार, गुलाब, कटहल, गुलमोहर, और नींबू इत्यादि के पौधे लगाए गए.