हिंडौन सिटी. नगर परिषद से अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लेने पर नगर परिषद प्रशासन की ओर से शहर के कोचिंग संस्थानों के खिलाफ हो रही कारवाई के खिलाफ शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने शहर के मुख्य मार्ग पर नगर परिषद के खिलाफ आक्रोश रैली निकालते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे.
जहां छात्रों ने नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी की उसके बाद मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम सुरेश बुनकर को ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कोचिंग संस्थान को जल्द नहीं खोलने पर सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी.
शहरवासी ललित चतुर्वेदी ने बताया कि शहर में जिस प्रकार से कोचिंग संस्थानों को सील किया जा रहा है वो गलत है. कोचिंग संस्थानों को अग्नि अनापति प्रमाण पत्र के लिए समय देना चाहिए. नगर परिषद की ओर से कोचिंग संस्थानों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है.
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प्रशासन को कोचिंग संस्थानों के संचालकों को नियमों के अनुरूप चलने के लिए समय देना चाहिए. जो छात्र दिल्ली व जयपुर की कोचिंग का खर्चा नही उठा सकते वो हिंडौन की छोटी कोचिंग में कम्पीटिशन की तैयारी कर रहे है. नगर परिषद की घटिया कारवाई से कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.
नगर परिषद प्रशासन को सभी कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कारवाई करनी चाहिए. भेदभाव पूर्ण कारवाई करने पर प्रशासन की मानसिकता झलकती है. कोचिंग संस्थान में छात्र पढ़ने वाले छात्र विश्वेन्द्र सिंह ने बताया कि में कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नियमित रूप से कर रहा था. लेकिन नगर परिषद प्रशासन द्वारा कोचिंग संस्थानों पर जो कारवाई की गई है उससे हज़ारों छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.
दो माह में एसएससी की परीक्षा होनी है कोर्स भी पूरा नही हुआ है. नगर परिषद की कारवाई से हमारे भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण छात्र जयपुर, दिल्ली नहीं जा सकते. हमने आज मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल्द कोचिंग संस्थानों सुचारू रूप से चालू करने की मांग की है.
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छात्र कौशलेंद्र ने बताया कि नगर परिषद की ओर से की गई भेदभावपूर्ण कारवाई से छात्रों में रोष व्याप्त है. नगर परिषद प्रशासन द्वारा कोचिंग संस्थानों पर जो कारवाई की गई है वो निजी स्वार्थ वश की गई है. शहर में संचालित कोई भी संस्था नियमों का पालन नही कर रही.
शहर में बड़े बड़े स्कूल,कॉलेज ,बार संचालित है जो नियमोँ की खुलेआम धज़्ज़िया उड़ा रहे है. नगर परिषद प्रशासन इन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा. कई कोचिंग संस्थान पर अग्नि अनापत्ति, पार्किंग सुविधा उपलब्ध हैं लेकिन व्यावसायिक पट्टा नहीं होने के कारण कोचिंग संस्थाओं को एनओसी नहीं दी जा रही. प्रशासन ने जल्द कोचिंग संस्थानों को चालू नही कराया तो छात्र सामुहिक आत्मदाह करने के लिए मजबूर होंगे.