करौली. जिले में राज्य सरकार के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सांस अभियान (Social Awareness and Action to Neutralise Pneumonia Successfully-SAANS) शुरू किया है. जिसके माध्यम से निमोनिया से होने वाली बच्चों की मृत्यु पर अंकुश लगेगा.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. दिनेशचंद मीना ने बताया कि निमोनिया से होने वाली शिशु मृत्यु दर को कम करने लिए 28 फरवरी 2021 तक सांस अभियान संचालित किया जा रहा है. अभियान के संचालन के लिए राज्य सरकार से दिशा निर्देश प्राप्त किए गए हैं. जिसके तहत 5 साल से छोटे बच्चों की निमोनिया से मृत्यु दर को कम करने का लक्ष्य रखा गया है.
यह है अभियान का उद्देश्य..
डाॅ. मीना ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य निमोनिया के संरक्षण और रोकथाम के लिए उपाय पर समुदाय में जागरूकता लाना है. इसके साथ ही निमोनिया की पहचान के लिए सक्षम करने के लिए देखभालकर्ता को जागरूक करना और निमोनिया रोग के खतरे को गंभीरता से लेने और उपचार के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क, संबंधित मिथकों और धारणाओं के बारे में व्यवहार परिवर्तन लाना है. उन्होंने बताया कि निमोनिया प्रबंधन में जन जागरूकता, निमोनिया से बचाव व उपचार को बढ़ावा देकर निमोनिया की रोकथाम संभव है.
CMHO ने जांची पीएचसी की व्यवस्थाएं..
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की आमजन तक सुविधापूर्ण जांच के लिए सीएमएचओ डाॅ. दिनेशचंद मीना ने लांगरा पीएचसी का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए हैं. इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ डाॅ. सतीश चंद मीना साथ रहे.
पढ़ें: प्रशासन की नाक के नीचे कोरोना पॉजिटिव दूल्हे ने PPE किट पहन रचाई शादी, अधिकारी रहे नदारद
जहां उन्होंने वहां पर उपस्थित कार्मिकों से रूबरू होकर निःशुल्क दवा उपलब्धता, भुगतान पेंडेंसी, जांच योजना व संस्था पर साफ-सफाई की स्थिति देखी. उन्होंने स्टाफ को निर्धारित समय तक यूनीफार्म में मौजूद रहने के निर्देश प्रदान कर संस्था पर आने वाले मरीजों को संतोषप्रद इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों में सुधार की आवश्यकता जताई.