करौली. राजस्थान के सुंदर सिंह गुर्जर ने चीन के हांगझोऊ में आयोजित हुए पैरा एशियन गेम्स में इतिहास रच दिया है. पुरुषों की जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता f46 के फाइनल रिकॉर्ड में 68.60 मीटर भाला फेंक कर गोल्ड मेडल हासिल करने के साथ ही वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है.
नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिश : वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीतने के बाद सुंदर ने कहा कि वो इसके लिए कई वर्षों से मेहनत कर रहे थे. इस मुकाम को हासिल करने के लिए बेंगलुरु में लगातार कड़ी मेहनत के साथ ट्रेनिंग की है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कोच महावीर प्रसाद सैनी और बड़े भाई विपिन कसाना को दिया. सुंदर का कहना है कि इससे पहले वो ओलिंपिक गेम्स में मेडल और नेशनल में दो बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं, लेकिन वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का सपना आज भगवान के आशीर्वाद से एशियन गेम्स में पूरा हुआ है. इस वर्ल्ड रिकॉर्ड से अब उनका मनोबल इतना बढ़ गया है कि आने वाले पैरा ओलिंपिक में फिर एक बार गोल्ड मेडल जीतने के साथ एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिश करेंगे.
राजस्थान के करौली जिले में जन्मे सुंदर सिंह गुर्जर ने भाला फेंकने में यह विश्व रिकॉर्ड श्रीलंका के दिनेश प्रियंता के 67.79 पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर बनाया है. सुंदर गुर्जर की इतनी बड़ी उपलब्धि से न केवल उनके पैतृक गांव देवलेन (करौली) बल्कि पूरे देश भर में खुशी का माहौल है. फिलहाल सुंदर के लिए देश के कई बड़ी हस्तियों सहित बधाई देने वालों का सोशल मीडिया पर तांता लगा हुआ है.