करौली. ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा रविवार को करौली दौरे पर रहे. मंत्री ने इस दौरान फरियादियों की जनसुनवाई कर अधिकारियों को समस्या के समाधान के लिए निर्देशित किया. पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश सरकार डांग विकास के लिए संवेदनशील है. अनेक सौगात डांग क्षेत्र को मिली है और जिले के पंचायत जनप्रतिनिधियों की मांग के आधार पर अन्य विकास कार्य भी जल्द साकार होंगे.
मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि जिला परिषद सदस्य की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने जिला परिषद सदस्यों को एकजुटता के साथ विकास में जुटने का संदेश दिया. मंत्री ने कहा कि करौली जिला प्रमुख निर्विरोध चुना जाना एक मिसाल है. यह संदेश प्रदेश ही नहीं देश भर में गया है. मंत्री ने कहा कि सरकार और उनकी मंशा पंचायत राज विभाग की योजनाओं को गांवों की निचली इकाई (Minister Ramesh Meena Public Hearing in Karauli) तक पहुंचाना है. उनका प्रयास रहेगा कि सुदूर डांग क्षेत्र में बसने वाला ग्रामीण भी विभाग की योजनाओं से लाभांवित हो. मंत्री ने दुर्गम डांग क्षेत्र में समस्याओं के समाधान के साथ विकास कार्य कराने का आश्वासन दिया. मंत्री ने कहा कि वे स्वयं ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर रहते हैं, साथ ही ग्रामीणों के बीच जाकर उनके दुख दर्द जानते हैं. इसी आधार पर विकास और समस्या समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं.
पढ़ें. अपने ही विभाग के अधिकारियों पर भडके मंत्री रमेश मीणा, कलेक्टर को दिए कार्रवाई के निर्देश
सुनी समस्या, दिए निर्देश : मंत्री रमेश मीणा ने कैलादेवी में जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों की समस्याएं सुनी. साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारियों को समस्या का समाधान के निर्देश दिए. मंत्री के पहुंचने पर कैलादेवी क्षेत्र के अलावा करणपुर, मामचारी, अतेवा सहित अन्य गांव के ग्रामीण भी कैलादेवी पहुंचे और मंत्री के सामने अपनी समस्याएं रखी. ग्रामीणों ने प्रमुख तौर पर विद्युत ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने, नियमित बिजली आपूर्ति, किसानों को रात में बिजली देने, गांवों में पेयजल समस्या, जर्जर सड़क आदि की समस्याएं रखीं. मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को समस्या की समाधान के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान प्रमुखता से कराया जाएगा.