करौली. राजस्थान के पंचायती राज मंत्री रमेश चन्द्र मीणा गुरुवार को करौली दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री ने अपने आवास पर फरियादियों की जनसुनवाई कर अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए. कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा की एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इसके साथ ही मीडिया से बातचीत में उन्होंने किरोड़ी लाल मीणा पर निशाना साधते (Ramesh Meena targeted Kirori Lal Meena in Karauli) हुए कहा कि उनका सूर्य अब अस्त हो चुका है. उनके पास धरना-प्रदर्शन के अलावा और कोई काम नहीं बचा है.
मंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आमजन को सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए. ये अधिकारी की प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कार्यों में अनियमितता बरतने वाले और लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच कराकर सख्त करवाई करने की चेतावनी दी. मीडिया से मुखातिब होते हुए मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक की गई और बजट घोषणाओं पर चर्चा की गई. किसी योजना में अगर समस्या आ रही है तो उसका समाधान करवाया जाएगा. अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जो भी योजना अधूरी पड़ी हैं उसको पूरा कराया जाए. आमजन की समस्याओं का समाधान भी समय पर हो जाए.
मंत्री ने बताया कि जिले की मूलभूत सुविधाएं पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक बैठक में मौजूद रहे. उनसे समस्याओं को लेकर चर्चा की गई है और साफ दिशा निर्देश दिए गए हैं कि पारदर्शिता के साथ काम किया जाए. भष्टाचार और अपराध पर लगाम लगाई जाए. करौली जिले में ज्यादा से ज्यादा विकास हो इसपर फोकस रहेगा. इस दौरान बैठक में जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इदौलिया, जिला परिषद सीईओ महावीर प्रसाद, प्रधान, सरपंच और जनप्रतिनिधी सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे.
किरोड़ीलाल मीणा पर मंत्री ने साधा निशाना
भीलवाड़ा में हुई हिंसा के बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की ओर से बयान दिया गया था कि पीएफआई के गुंडों को गहलोत सरकार ने संरक्षण दे रखा है. इस मामले मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा खुद एक अपराधी हैं और उनके खिलाफ भी पांच केस दर्ज हैं. कांग्रेस की गहलोत सरकार में तुरंत निर्णय होता है. हमारे एक विधायक ने सरेंडर भी किया है. डॉ. किरोड़ी लाल मीणा पर पांच आपराधिक मामले प्रमाणित हैं. उनको भी सरेंडर करना चाहिए. वह खुद अपराधी हैं और दूसरों के खिलाफ बात करते हैं जो ठीक नहीं है.
मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि वह किरोड़ीलाल के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं करेंगे क्योंकि किरोड़ी लाल मीणा का सूर्य अस्त हो चुका है. राजनीति खत्म हो चुकी है और वह थाने, तहसील के सामने धरना देते रहते हैं बाकी कुछ नहीं है. दिव्या मदेरणा और डीजीपी पर साधे गये निशाने के मामले पर मंत्री रमेश ने कहा कि किसी के बोलने से कुछ नहीं होता है. लोकतंत्र में बोलने का सबको अधिकार है. सरकार अपना काम कर रही है पुलिस अपना काम कर रही है जो भी सही तथ्थ होगा वह सामने आ जाएगा.