करौली. जिले के जिला मुख्यालय पर नगर परिषद सभापति और एसआई (स्वास्थ्य निरिक्षक) में हुए विवाद के चलते गुस्साएं कर्मचारियों लगातार तीसरे दिन भी कार्य बहिष्कार पर रहे. जिससे शहर में सफाई की व्यवस्था पटरी पर से उतर गई है. जिस कारण शहर का गंदगी से हाल- बेहाल है. वहीं आमजन अपने कार्यों के लिए भटकने को मजबूर है.
सभापति के खिलाफ मामला दर्ज
दरअसल बुधवार को नगर परिषद में नियुक्त ठेके के सफाई कर्मियों के बिलों को प्रमाणित करने के मामले को लेकर नगर परिषद सभापति राजाराम गुर्जर और एसआई (स्वास्थ्य निरीक्षक) मुकेश कुमार सैनी में विवाद हो गया. जिसके बाद स्वास्थ्य निरीक्षक ने मारपीट कर प्राथमिकी कोतवाली थाने में सभापति के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. जिसके बाद कर्मचारियों ने सभापति के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कार्य का बहिष्कार कर दिया.
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दोषी पर कारवाई के निर्देश
सफाई कर्मीयों ने वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. जिससे जिला मुख्यालय की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है, वहीं विवाद के मामले को लेकर नगरपरिषद के कर्मचारियों ने मंत्री रमेश मीना से मिलकर न्याय की गुहार लगाई. वहीं मंत्री रमेश ने जिला कलेक्टर को मामले को देख दोषी पर कारवाई करने के निर्देश दिए है.
सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया
आयुक्त शंभूलाल मीना ने बताया की यह सभापति की दबंगई के खिलाफ लड़ाई है. सभापति राजाराम गुर्जर ने स्वास्थ्य निरीक्षक मुकेश कुमार सैनी को अपने घर पर बुलाकर, मारपीट कर जान से मारने की धमकी देकर सफाई कर्मियों की उपस्थिति को जबरन प्रमाणित कराया. जो कानून गलत है, जिसकी प्राथमिकी भी कोतवाली थाने दर्ज करवा दी गई है.दूसरी ओर नगरपरिषद सभापति राजाराम गुर्जर ने बताया की यह राजनीतिक मामला है. बजट होने के बावजूद भी सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है.