करौली. गुर्जर समाज पिछले 10 दिनों से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है. मंगलवार को आंदोलन प्रभावित जिलों में ट्रेन और इंटरनेट सेवा बाधित रही, जिसके चलते आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दीवाली पर घर आने जाने वाले यात्रियों को भी परेशानी हो रही है. इंटरनेट बंद रहने से लोगो में आक्रोश का माहौल बना हुआ है.
सोमवार को सरकार और गुर्जर प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता विफल होने के बाद मंगलवार को गुर्जर समाज के लोगों ने गुडला गांव के पास करौली-हिण्डौन हाईवे पर पेड़ की टहनियां डालकर प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसके चलते हाईवे के दोनों और वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. पुलिस ने सुरक्षा की दुष्टि से वाहनों को करौली मासलपुर चूंगी और पांचना चौकी पर बैरिकेटिंग करके रोक दिया.
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वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है. सड़क मार्ग जाम होने से रोडवेज की बसों और प्राइवेट वाहनों का आवागमन बन्द हो गया है. दीवाली पर घर आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गुर्जर आंदोलन के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक सरकार से वार्ता सफल नहीं होगी और कर्नल बैंसला की तरफ से आदेश नहीं आएगा तब तक जाम लगा रहेगा.
बता दें कि 5 फीसदी आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला 1 एक नवंबर से बयाना तहसील क्षेत्र के पीलू का पुरा गांव मे रेल की पटरियों पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं. गुर्जरों के रेल पटरियों पर आ जाने से दिल्ली-मुंबई रेल सेवा बाधित हो रही है. जिस वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
साथ ही सरकार की ओर से जिले में भ्रामक गतिविधियों के प्रचार को रोकने के लिए इंटरनेट को बंद किया गया है. जिससे ई-मित्र, स्वास्थ्य केन्द्र, बैंक, स्कूलों में लोगों को परेशानी का सामना कर पड़ रहा है. कोरोना में ऑनलाइन क्लासेज भी इंटरनेट बंद होने से प्रभावित हो रही हैं.