करौली. जिले में रॉयल्टी नाका पर फर्जी स्लिप से अवैध वसूली करने का मामला सामना आया है. जिसको लेकर ठेकेदार आठ दिन से धरने पर बैठे हुए हैं. वहीं सोमवार को ठेकेदारों ने प्रेस वर्ता कर पुलिस विभाग पर अवैध वसूली कर्ताओं से मिलीभगत कर रॉयल्टी नाका पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है.
ठेकेदारों ने प्रेस से वार्ता करते हुए बताया कि करौली और सवाई माधोपुर जिले की रॉयल्टी का ठेका (मेसस्नरी स्टोन) दीक्षा कंट्रक्शन एंड सप्लायर्स के नाम से स्वीकृत हुआ है. जिसमें 30.801 पर टन कच्चे माल लेने का अधिकार है लेकिन वर्तमान में इनका रॉयल्टी कलेक्शन फर्जी टोकन की ओर से बिना ERRCC की रसीद के अवैध वसूली की जा रही है. व्यापारियों ने बताया कि ठेकेदार की मनमर्जी और नाकों पर अवैध गुंडे रखकर वसूली की जा रही है. गाड़ियों का टोकन कटने के बावजूद भी खनन विभाग की ओर टोकन सुधा वाहनों को जब्त किया जा रहा है. जिससे ट्रांसपोर्ट और क्रेशर व्यापारियों में रोष व्याप्त है.
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व्यापारियों ने बताया कि खनन विभाग में शिकायत करने के बाद खनन विभाग की ओर से ठेकेदार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस मे मामला भी दर्ज कराया गया लेकिन ठेकेदार के रसूखदारो से संबंध होने की वजह से उसके ऊपर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई है. व्यापारियों ने बताया कि कुडगांव थाने में ठेकेदार की कुछ रिश्तेदार होने के कारण गाड़ी वालों को धमकाया जा रहा है और अवैध वसूली में सहयोग किया जा रहा है. जिससे राजस्थान सरकार को हानि हो रही है. व्यापारियों ने कहा कि अगर शीघ्र ही ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो सभी व्यापारी आमरण अनशन पर बैठेंगे जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.