करौली. हिण्डौन में दूषित पेय जल आपूर्ति का असर अब धीरे धीरे पूरे इलाके में दिखने लगा है (contaminated water kills 2 in Karauli). आस पास की कॉलोनियों और मोहल्लों से अब तक 124 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए हैं. पिछले चार दिन से लगातार उल्टी दस्त के मरीज अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. अब तक डायरिया से 12 साल के बच्चे और 70 साल के बुजुर्ग की मौत हो चुकी है. जिन मरीजों की हालत गंभीर है उन्हें जयपुर और करौली जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
लोग प्रशासन से नाराज- दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण बीमार हुए लोगों के परिजनों में भारी आक्रोश है. इधर जलदाय मंत्री महेश जोशी ने अधिकारियों से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है. जिसके बाद विभाग के उच्च अधिकारी बुधवार को हिंडौन शहर में पहुंच गए हैं. दरअसल हिण्डौन शहर के शाहगंज,चौबे पाड़ा, काजी पाड़ा, कसाई पाड़ा, ब्यानिया पाड़ा आदि दर्जन बस्तियों में 4 दिन से उल्टी दस्त के मरीजों का जिला अस्पताल में उपचार के लिए आने का सिलसिला जारी है.
4 दिनों में ही अस्पतलाों में डायरिया की शिकायत वाले 124 से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं. इधर जिला कलेक्टर अंकित कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हिण्डौन अस्पताल में पहुंचकर मरीजों से हालचाल जाने और चिकित्सकों को बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए. वहीं जलदाय विभाग के अधिकारियों को नमूने लेकर जांच करने के निर्देश दिए हैं.
PHED विभाग के अभियंताओं ने उठाए नमूने- हिण्डौन शहर के पीएचईडी अभियंताओं ने उल्टी दस्त से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है. साथ ही करौली से विभागीय लैब जांच टीम ने शाहगंज की पानी टंकी सहित कई उपभोक्ताओं के नल कनेक्शन से पेयजल नमूना संकलित किया है.अभियंताओं ने करीब 10 उपभोक्ताओं के पेयजल नमूने संकलित किए है. वहीं विभागीय अभियंताओं को मौके पर मौजूद स्थानीय वार्डवासियों की ओर दूषित पेयजल पर आक्रोश भी झेलना पड़ा.
12 साल के बच्चे की मौत- जानकारी के अनुसार हिण्डौन शहर की कई बस्तियों में सप्ताह भर से नलों में गंदा पानी आ रहा है. लोगों का आरोप है कि शिकायत के बावजूद भी विभाग में कोई सुनवाई नहीं की. ऐसे में 4 दिन में 7 दर्जन से अधिक लोग उल्टी-दस्त के चलते अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. उल्टी दस्त के कारण शाहगंज के रहने वाले 12 साल के देव कोली और दत्तात्रेय पाड़ा निवासी रतन (उम्र 70 साल) की मौत हो गई.
जिला कलेक्टर की अपील- जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बुधवार को हिण्डौन अस्पताल पहुंच मरीजों का हालचाल लिया. फिर चिकित्सा अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान जिला कलेक्टर ने बताया कि दूषित पेयजल के कारण हिण्डौन शहर में हुई 2 मौत और फैली बीमारी को राज सरकार ने भी गंभीर माना है. इसी के कारण पीएचईडी विभाग के उच्च अधिकारियों को हिण्डौन भेजा गया है. अधिकारी जांच कर रहे हैं.
जिला कलेक्टर ने मीडिया के माध्यम से अपील की है कि जिन लोगों ने पुराना पानी स्टोर कर रखा है उसको फैला दें. जिला प्रशासन की ओर से लोगों के लिए टैंकर के माध्यम से पानी की सप्लाई की जा रही है.