करौली. जिले में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व क्षयरोग दिवस पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन चिकित्सा संस्थाओं पर किया गया. जहां टीबी के लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी दी गई.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेशचंद मीना ने बताया कि भारत को टीबी मुक्त बनाने के सम्पूर्ण प्रयास जारी हैं. जिनमें टीबी की समय पर जांच, आधुनिक और सम्पूर्ण उपचार सहित टीबी नियंत्रक गतिविधियों का प्रचार-प्रसार शामिल है.
उन्होंने बताया कि सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में टीबी का सम्पूर्ण इलाज मुफ्त है और प्रत्येक अधिसूचित टीबी रोगी के लिए प्रति माह पांच सौ रुपए वित्तीय प्रोत्साहन निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत डीबीटी की ओर से दिया जा रहा है.
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टीबी के लक्षण
डॉ. मीना ने बताया कि दो सप्ताह से लगातार खांसी, भूख न लगना, तेज बुखार आना, रात में पसीना आना और लगातार वजन में गिरावट टीबी के लक्षण है, टीबी रोगियों के लिए धूम्रपान अति घातक है. अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1800116666 पर संपर्क किया जा सकता है.
टीबी क्लिनिक पर बताए बचाव तरीके
क्षय रोग दिवस पर टीबी क्लिनिक पर संगोष्ठि का आयोजन हुआ. जिसमें आमजन को क्षय रोग से बचाव तरीके बताए गए और टीबी रोग के इलाज के प्रति जागरूकता अपेक्षा जताई. इस दौरान सीएमएचओ, पीएमओ डॉ. दिनेशचंद, डीटीओ विजय सिंह मीना मौजूद रहे.
करौली में बढ़ते नशे और जुए को लेकर कार्रवाई की मांग
करौली जिले के डांग क्षेत्र में शहरी क्षेत्र में दिनों दिन बढ़ रहे नशे और जुए के कारोबार पर लगाम लगाने की मांग को लेकर युवाओं ने बुधवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद को ज्ञापन सौंप. जुआ और नशे पर कार्रवाई करने की मांग की.
छात्रसंघ नेता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद को ज्ञापन सौंपकर बताया कि डांग क्षेत्र और शहरी क्षेत्र में नशा, जुआ के बढ़ते प्रभाव के कारण अपराध की घटना, लूटपात, डकैती, हत्या आम बात हो गई है.
प्रशासन से आग्रह है कि जुआ और स्मैक की पूरी गिरफ्त में युवा आ चुका है, इसलिए इस समस्या पर अंकुश लगाने के साथ साथ बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए इस नशे के अवैध व्यापारियों को गिरफ्तार किया जाए.