करौली. जिले के हिंडौन करौली मार्ग पर गुडला गांव में बीते दिनों बस से गिरकर छात्र की दर्दनाक मौत का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. सोमवार, सर्व समाज के लोगों ने पुरानी कलेक्ट्रेट से लेकर जिला कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाला. साथ ही एडीएम सुरेश कुमार को ज्ञापन सौंप प्रशासन और स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
सर्व समाज के लोगों का कहना है कि परिवहन विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन, विद्यालय प्रशासन और बस चालक की लापरवाही की वजह से छात्र यश गुर्जर की बस से गिरकर मौत हो गई है. ताजुब्ब की बात ये है कि बस, बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के डेढ़ साल से हादसे को न्योता देते हुए सड़क पर सरपट दौड़ रही थी. ऐसे में ना तो परिवहन विभाग और ना ही पुलिस विभाग की नजर उस पर पड़ी. लोगों की मांग है कि इन सभी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जांच कमेटी गठित की जाए और उच्च स्तरीय जांच कर इन पर सख्थ करवाई की जाए.
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वहीं, मामले में एडीएम सुरेश कुमार ने बताया कि 22 फरवरी को गुडला गांव में हुई दर्दनाक मौत के बाद एसडीएम करौली, जिला शिक्षा अधिकारी की संयुक्त टीम का गठन किया है और जांच में ड्राइवर स्कूल प्रंबधन को दोषी माना है. साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गई है. उसके बाद परिवहन विभाग अधिकारी से बस की फिटनेस, परमिट, बाल वाहिनी का रजिस्ट्रेशन के बारे में जांच रिपोर्ट ली गई है. उस जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रदेशिक परिवहन अधिकारी दौसा ने करौली इस्पेक्टर जितेंद्र मीणा को निलंबित कर दिया है.
उन्होंने बताया की एसपी की तरफ से विशेष टीमों का गठन किया गया है जिसमें ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है और विघालय संचालक को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. सरकार की तरफ से भी मामले को काफी संवेदनशील देखा जा रहा है और मुख्यमंत्री कार्यालय से भी इस घटना की रिपोर्ट मांगी गई है जिसको रविवार को भिजवा दिया गया है.