लूणी (जोधपुर). राजस्थान में भले ही लोगों को सर्दी का सितम झेलना पड़ रहा हो, लेकिन खेतों में खड़ी फसलों के लिए तो यह वरदान साबित हो रही है. वहीं, दिन के समय जहां धूप खिल रही है, लेकिन रात के समय कम हो रहा तापमान फसलों के लिए मुफीद बना हुआ है.
दिसंबर माह में सर्दी बढ़ना रबी की फसल के लिए लाभकारी माना जा रहा है. वहीं सुबह ओस गिरने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. रात के तापमान में आई गिरावट से सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. बता दें कि जिले भर में देखा जाए तो इन दिनों दिन का अधिकतम तापमान 31 डिग्री पर चल रहा है तो न्यूनतम 12 डिग्री पर जा पहुंचा है. वहीं औसत तापमान 21 डिग्री चल रहा है. सर्दी पड़ने से फसलों की अच्छी बढ़त हो रही है. वहीं सर्दी बढ़ने से फसलों में भी अभी किसी प्रकार की बीमारी भी नहीं है. किसानों की बोई हुई फसलों का जायजा लिया.
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किसान बालाराम ने बताया कि रबी की फसलों पर दिन को धूप और रात में कड़ाके की ठंड से फसलों को काफी लाभदायक साबित हो रहा है. जिससे किसानों की बोई हुई फसलें पिछले साल की तुलना में इस बार अच्छी पैदावार मिल रही है.
खेतों ने ओढ़ी हरी और पीली चुनर...
मौसम अनुकूल होने के कारण इन दिनों सरसों, जीरा सहित सभी रबी की फसलें लहलहा रही है. सरसों की फसलों पर फूल आ गए हैं. सरसों और जीरे की फसल इन दिनों खेत-खलियानों में ऐसी लग रही है, जैसे धरती मां ने हरी पीली चुनरी ओढ़ ली है. वहीं सरसों और जीरे के अलावा चना और तारामीरा की फसलें को भी अच्छी पैदावार है.