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जोधपुर: कलेक्टर की फर्जी आईडी से पास बनाकर बस का हो रहा था संचालन, दो गिरफ्तार

जोधपुर के लोहावट में कलेक्टर की फर्जी आईडी से पास बनाकर बस संचालित की जा रही थी. बस संचालक ने कई फेरे भी लिए. इस दौरान बस को पाली से देचू जाते समय बीच में किसी ने भी नहीं रुकवाई. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

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फर्जी आईडी से पास बनाकर बस संचालन के मामले में दो गिरफ्तार
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Published : May 26, 2021, 7:19 PM IST

लोहावट (जोधपुर). लोहावट के देचू थाना पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान पाली जिला कलेक्टर की आईडी से फर्जी तरीके से पास जारी करवाकर निजी बस सवारियों का परिवहन करते दो लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही बस को जब्त कर लिया है. बस पाली से जैसलमेर के बीच चल रही थी.

फर्जी आईडी से पास बनाकर बस संचालन के मामले में दो गिरफ्तार

एसपी अनिल कयाल ने बताया, देचू तहसीलदार रणवीर सिंह चौधरी और थानाधिकारी हनुमान विश्नोई ने राज्य सरकार की ओर से जारी की गई त्रि-स्तरीय जन अनुशासन पखवाड़ा की पालना के लिए संयुक्त चेकिंग पर थे. इस दौरान बनाए गए नाका पर सवारियों से भरी हुई निजी बस आती दिखाई दी. इस पर उसे रुकवाया तो बस चालक ने पाली से जैसलमेर बस परिवहन की अनुमति बताई. अधिकारियों को संदेह हुआ तो उन्होंने यात्रियों, चालक और परिचालक से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने फर्जी तरीके से पास बनाना स्वीकार कर लिया. ये पास पाली के सोजत सिटी से बनाए गए थे. पुलिस ने बस चालक सलीम पुत्र महबूब और परिचालक तेजराम पुत्र सुखराम निवासी पाली को गिरफ्तार किया है.

यह भी पढ़ें: दुष्कर्म की सजा काट चुके आरोपी से आहत होकर महिला ने की थी सुसाइड, गिरफ्तार

प्रारंभिक पूछताछ में पूरे गिरोह की भूमिका सामने आ रही है. गिरोह ने बड़ी रकम लेकर पाली जिला कलेक्टर की फर्जी आईडी से पास बनाकर दिया था. ऐसे में हैरानी की बता यह है कि यह बस पाली से देचू तक पहुंच गई. लेकिन किसी ने भी इसे रुकवाने की जहमत नहीं उठाई. बस में कुल 56 सवारियां भरी हुई थीं, जो सभी मजदूर थे और मजदूरी के लिए जैसलमेर जा रहे थे. पुलिस अब पूछताछ के आधार पर इस पूरे गिरोह के खुलासे में जुटी हुई है.

लोहावट (जोधपुर). लोहावट के देचू थाना पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान पाली जिला कलेक्टर की आईडी से फर्जी तरीके से पास जारी करवाकर निजी बस सवारियों का परिवहन करते दो लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही बस को जब्त कर लिया है. बस पाली से जैसलमेर के बीच चल रही थी.

फर्जी आईडी से पास बनाकर बस संचालन के मामले में दो गिरफ्तार

एसपी अनिल कयाल ने बताया, देचू तहसीलदार रणवीर सिंह चौधरी और थानाधिकारी हनुमान विश्नोई ने राज्य सरकार की ओर से जारी की गई त्रि-स्तरीय जन अनुशासन पखवाड़ा की पालना के लिए संयुक्त चेकिंग पर थे. इस दौरान बनाए गए नाका पर सवारियों से भरी हुई निजी बस आती दिखाई दी. इस पर उसे रुकवाया तो बस चालक ने पाली से जैसलमेर बस परिवहन की अनुमति बताई. अधिकारियों को संदेह हुआ तो उन्होंने यात्रियों, चालक और परिचालक से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने फर्जी तरीके से पास बनाना स्वीकार कर लिया. ये पास पाली के सोजत सिटी से बनाए गए थे. पुलिस ने बस चालक सलीम पुत्र महबूब और परिचालक तेजराम पुत्र सुखराम निवासी पाली को गिरफ्तार किया है.

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प्रारंभिक पूछताछ में पूरे गिरोह की भूमिका सामने आ रही है. गिरोह ने बड़ी रकम लेकर पाली जिला कलेक्टर की फर्जी आईडी से पास बनाकर दिया था. ऐसे में हैरानी की बता यह है कि यह बस पाली से देचू तक पहुंच गई. लेकिन किसी ने भी इसे रुकवाने की जहमत नहीं उठाई. बस में कुल 56 सवारियां भरी हुई थीं, जो सभी मजदूर थे और मजदूरी के लिए जैसलमेर जा रहे थे. पुलिस अब पूछताछ के आधार पर इस पूरे गिरोह के खुलासे में जुटी हुई है.

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