बिलाड़ा (जोधपुर). सड़क निर्माण कंपनी और एक सहायक ठेकेदार के खिलाफ बिलाड़ा पुलिस ने अवैध तरीके से बांध की मिट्टी का परिवहन करने का मामला दर्ज किया है. 15 अगस्त की रात को बांध की पाल टूटने से लाखों गैलन पानी बह गया, जिससे किसानों की हजारों बीघा की फसल चौपट हो गई. बांध टूटने से भावी, पिचियाक, घणामगरा गांवो के सैकड़ो किसानों को नुकसान उठाना पड़ा.
सरपंच सुराराम सिरवी ने बिलाड़ा थाने में सड़क निर्माण कर रही कम्पनी और उसके एक सहायक ठेकेदार के खिलाफ बांध से अवैध खनन कर मिट्टी ले जाने एवं अपने फायदे के लिए बांध के पानी का इस्तेमाल करने और किसानों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज करवाया गया है. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बांध टूटने के सबूत इकट्ठे किए.
पढ़ें: बारांः अवैध बजरी खनन के दौरान बड़ा हादसा, खदान में दबने से 4 की मौत, 3 घायल
भावी और घणामगरा गांव की सरहद में करीब 400 बीघा में बरसों पुराना बांध बना हुआ है. बांध में हर साल पानी भरा रहता है. जिससे बांध के अंदर में आई जमीन उपजाऊ होने से रबी की फसले भी अच्छी होती हैं. लेकिन इस बार बिलाड़ा फोरलेन सड़क निर्माण का काम कर रही कंपनी के अधिकारियों ने सड़क निर्माण में मिट्टी आपूर्ति के लिए एक और कंपनी के सहायक ठेकेदार को मिट्टी आपूर्ति का ठेका दे दिया. सहायक ठेकेदार ने स्थानीय भूमाफिया से सांठगाठ कर अवैध रूप से हजारों टन मिट्टी खनन कर बांध को कमजोर कर दिया. जब तेज बारिश हुई तो बरसात का पानी बांध को तोड़ कर हजारों बीघा में भर गया.