हैदराबाद: सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना और प्रीमियमीकरण की बढ़ती प्रवृत्ति के दम पर, Apple कैलेंडर वर्ष 2024 में भारत से iPhone निर्यात में 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. शुरुआती उद्योग अनुमानों के अनुसार, टेक दिग्गज Apple ने पिछले साल 12 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के iPhone निर्यात किए थे, जबकि साल 2023 से 40 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई.
अनुमान लगाया जा रहा है कि Apple का घरेलू उत्पादन एक साल पहले की तुलना में लगभग 46 प्रतिशत बढ़ा है. क्यूपर्टिनो (कैलिफोर्निया) स्थित टेक दिग्गज ने पिछले वित्त वर्ष में भारत में 14 बिलियन डॉलर के iPhone का निर्माण और एसेंबल किया, और 10 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के iPhone का निर्यात किया.
इसके अलावा Apple इकोसिस्टम ने भारत में चार वर्षों में 1,75,000 नई नौकरियां भी सृजित की हैं, जिनमें '72 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं.' भारत में साल 2024 Apple के लिए बहुत बेहतर रहा, जहां कंपनी ने नए निर्यात के साथ-साथ घरेलू बिक्री में भी रिकॉर्ड बनाया, जो प्रीमियमीकरण के बढ़ते चलन, सरकार की PLI योजना और एग्रेसिव रिटेल विस्तार से प्रेरित है.
उद्योग विशेषज्ञों की माने, तो पिछले साल भारत में Apple के रणनीतिक दृष्टिकोण के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल हुई हैं तथा बाजार में इसकी महत्ता बढ़ी है. Apple भारतीय और गैर-चीनी आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से स्थानीय मूल्य संवर्धन को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है. कंपनी ने स्थानीय स्तर पर PCB, कैमरा मॉड्यूल और लिथियम-आयन सेल जैसे प्रमुख कम्पोनेंट्स का उत्पादन शुरू कर दिया है.
ये डेवलपमेंट भारत की आगामी इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट्स प्रोत्साहन योजना के अनुरूप हैं, जिसका उद्देश्य आवश्यक उप-असेंबली के उत्पादन को बढ़ाना है, जो मोबाइल फोन के बिल ऑफ मटीरियल का 50 प्रतिशत हिस्सा है. साल 2021 में PLI योजना के लॉन्च होने के बाद से, Apple ने उत्पादन, निर्यात और रोजगार सृजन के लिए लगातार अनुमानों को पार किया है.