जोधपुर. शहर के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी के घर चोरी का मामला सामने (Loot In Jodhpur)आया है. घटना को व्यवसायी के नौकरों ने अंजाम दिया. खाने में नींद की गोली मिलाकर व्यवसायी और उसकी बेटी के साथ ही दो ड्राइवरों को बेहोश कर दिया. इसके बाद घर पर रखे सोने-चांदी के आभूषण व नकदी उड़ाकर कार में बैठ फरार हो गए.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अशोक चोपड़ा ने दो माह पहले तीन नेपाली नौकरों को काम पर रखा था. दोनों घर पर खाना पकाने का काम करते थे. शनिवार की रात को आकाश और उनकी बेटी को फ्राइड राइस में नींद की गोली मिलाकर खाने को दिया. जिसे खाने के बाद दोनों बेहोश हो गए. इसके बाद घर के दो ड्राइवरों के साथ भी यही किया और फिर मौका पाकर नकदी और आभूषण लेकर फरार हो गए.
वहीं, मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ खुद मौके पर पहुंचे और नाकाबंदी के आदेश दिए. उन्होंने बताया कि घटना को चार आरोपियों ने अंजाम दिया. साथ ही चोरी के दौरान आरोपियों ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया (Robbery at handicraft dealer house in Jodhpur). जिससे पुलिस को जांच में खासा दिक्कतें पेश आ रही है.
इधर, चोरों के रास्ते में मोबाइल फेंकने की बात भी सामने आई है. पुलिस ने बताया कि सुबह व्यवसायी आकाश चौपड़ा को घटना की जानकारी हुई. जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद दोनों बाप-बेटी के साथ ही दो ड्राइवरों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. घटना के दौरान घर के अन्य सदस्य एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे.
सूचना के बाद मौके पर छानबीन के लिए पहुंची पुलिस को सभी कमरों में सामान अस्त व्यस्त मिले. नौकरों ने सभी कमरों की अलमारियों को खोलकर उसमें रखी नकदी और गहनों को चुरा ले गए. आरोपी अपने साथ घर की सभी कारों की चाबियां भी लेकर गए. पुलिस ने घर के सदस्यों के साथ ही आसपास के लोगों से भी बातचीत कर जानकारी हासिल करने की कोशिश की.
पुलिस ने आगे बताया कि व्यवसायी के यहां पिछले चार साल से एक नेपाली महिला काम कर रही थी. वहीं, दो माह पहले वो अपने परिवार के तीन अन्य सदस्यों को यहां लेकर आई थी. आरोपियों में 4 नौकर शामिल हैं, जिनमें 2 महिला और 2 पुरुष हैं.
घटना की सूचना के बाद अशोक के परिजन व परिचित उनके घर पहुंचे. घर में जिस तरह के हालात दिखे, उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि चोरों ने पूरी ज्वेलरी पर हाथ साफ करने के साथ ही भारी मात्रा में नकदी उड़ाकर ले गए हैं. फिलहाल तक पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आ रही है कि घर में काम करने वाले चारों नेपाली नौकरों के अलावा भी उनके कई अन्य साथी इस वारदात में शामिल हो सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि यह भी पता चला है कि जब चोर यहां से निकले तो उन्हें लेकर के लिए एक और गाड़ी आई थी. जिससे पुलिस को अंदेशा है कि इस पूरे प्रकरण को अंजाम देने के लिए लंबे समय से रेकी कर और प्लानिंग की गई थी.