जोधपुर. राजस्थान में किसानों के जीवन दशा और दिशा बदले वाले संस्थान काजरी को एक नई पहचान मिली है. भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र के द्वारा संचालित काजरी अपनी स्थापना के 60 साल बाद पश्चिमी राजस्थान की पहचान बन गया है.
दरअसल यूं तो जोधपुर शहर में काजरी को हर कोई जानता है. लेकिन काजरी के नाम से किसी तरह की कोई सड़क रोड या मार्ग नहीं है. यही कारण है कि काजरी के क्षेत्र जाने वाले मार्ग का नाम काजरी रोड रख दिया गया है. मंगलवार को आधिकारिक तौर पर काजरी क्षेत्र में जाने वाली रोड का नाम काजरी रोड कर दिया है.
बता दें कि इसके लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर नगर निगम से अनुरोध किया था. जिसके बाद निगम ने अपनी बोर्ड बैठक में इस सड़क का नाम काजरी रोड करने का प्रस्ताव पारित किया. मंगलवार को इस रोड की शिला पट्टीका का अनावरण कर दिया गया. इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि काजरी ने किसानों का जीवन बदला है लेकिन पहली बार जोधपुर में नगर निगम ने काजरी को पहचान मिली है. शेखावत ने कहा कि इसके लिए वे और काजरी परिवार का हार्दिक अभिनंदन करते हैं.
गौरतलब है कि जोधपुर में कार्य की स्थापना 1959 में हुई थी. तब से लेकर अब तक काजरी ने शुष्क क्षेत्र में कई तरह के अनुसंधान किए. किसानों के लिए कई किस्म के बीज व उनकी उन्नत किस्में बनाई है. जिसका फायदा क्षेत्र के किसान उठा रहे हैं.