जोधपुर. राइट टू हेल्थ (RTH) बिल के विरोध में कविता के माध्यम से सरकार और मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने वाले डॉक्टर की मुसीबतें बढ़ रही हैं. वीडियो से शांति भंग की आशंका के चलते शुक्रवार को शास्त्रीनगर पुलिस ने डॉक्टर सुरेंद्र मित्तल को 151 धारा के तहत गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट पेश करके पाबंद करवाया है. कोर्ट से पाबंदी के आदेश के बाद डॉक्टर को जमानत पर छोड़ दिया गया.
डॉक्टर मित्तल को मिल गई जमानतः डीसीपी पश्चिम गौरव यादव के अनुसार डॉ. मित्तल को उनके वीडियो के लिए पाबंद करवाया गया है, आगे वे ऐसा नहीं करेंगे. इसके लिए शुक्रवार शाम को शास्त्रीनगर थाना पुलिस डॉ. मित्तल को गिरफ्तार कर कोर्ट ले गई. जहां से उनको जमानत भी मिल गई. इधर शास्त्रीनगर थाने में एक परिवाद भी डॉक्टर के खिलाफ आया है. फिलहाल पुलिस ने दर्ज नहीं किया है, क्योंकि शुक्रवार को ही उन्हें गिरफ्तार कर पाबंद करवाया था.
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डॉक्टर ने गहलोत को बताया था अंतिम गांधीः गौरतलब है जोधपुर के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर सुरेंद्र मित्तल ने दो दिन पहले एक कविता की रचना कर उसका वीडियो बनाया, जो वायरल हो गया. इस वीडियो में डॉ. मित्तल ने सरकार पर तो अपनी भड़ास निकाली. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर भी गंभीर टिप्पणी की थी. साथ ही राहुल गांधी, पायलट व वैभव गहलोत को लेकर कई टिप्पणियां की थीं. यह भी कहा कि गहलोत अंतिम गांधी बन गए हैं. किसी गोडसे को आ जाना है. एक मिनट के वीडियों में डॉक्टर मित्तल ने कहा था की ब्यूरोक्रेसी ने समझदार सीएम को मझधार में लटका दिया है. गुरुवार को वीडियो सामने आया तो उसके बाद कई कांग्रेसियों ने इसको लेकर नाराजगी जताई.
डॉक्टर को भी हड़कायाः जब इस संबंध में डॉक्टर की खिलाफत शुरू हो गई तो गुरुवार को ही डॉक्टर मित्तल ने एक वीडियो और जारी कर अपने पूर्व के वीडियो के लिए माफी मांगी और कहा कि मेरे वीडियो से किसी राजनीतिक पार्टी या व्यक्ति को पीड़ा पहुंची है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मेरा उद्देश्य यह नहीं था. 12 दिन से आंदोलन चल रहा है. मुख्यमंत्री जी मिल नहीं रहे हैं, जनता परेशान हो रही है. इसलिए भावनावश मैंने वीडियो बनाया जिसके लिए मैं माफी मांगता हूं.