जोधपुर. शहर में राजनीतिक गतिविधियों की बात करें तो मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिले के बावड़ी कस्बे में एक सभा को संबोधित किया. यह सभा पाली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार बद्रीराम जाखड़ के पक्ष में थी.
सभा में गहलोत ने कहा कि हनुमान बेनीवाल की बोतल अब गायब हो गई है. क्योंकि उन्होंने भाजपा से समझौता कर लिया है. जबकि उनको किसान होने के नाते कांग्रेस के साथ आना था. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद वे राष्ट्रीय स्तर के बैंकों के भी ऋण माफ करेंगे. भाजपा के उम्मीदवार गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर शहर के हाईकोर्ट में वकीलों से जनसंपर्क किया. यहां उनसे पोकरण में दिए गए बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सभी अधिकारियों के लिए नहीं था. एक व्यक्ति विशेष अधिकारी के लिए उन्होंने बात कही थी, जो कांग्रेस के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं.
वहीं शाम को जोधपुर में प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने गजेंद्र सिंह शेखावत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जब वसुंधरा सरकार थी तो उन्होंने कभी भी 5 साल तक यह जोश नहीं दिखाया. उस समय प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के सभी मंत्रियों की हवा निकली हुई थी. खाचरियावास में भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि वह लोगों को पैसे देकर कांग्रेस की सभा में प्रधानमंत्री के नाम के नारे लगवा रही है.
जोधपुर जिला कलेक्टर की अनुशंसा पर जैसलमेर जिला कलेक्टर ने गजेंद्र सिंह शेखावत को पोकरण में अधिकारियों को उल्टा लटका ने के दिए बयान के मामले में आचार संहिता का दोषी मान लिया है. वैभव गहलोत अपने नियमित ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर रहे जबकि शेखावत ने जोधपुर शहर के विभिन्न भागों में भी जनसंपर्क किया. जोधपुर पुलिस प्रशासन ने 22 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारियों को लेकर सभा स्थल का निरीक्षण किया.