भोपालगढ़ (जोधपुर). जिले के भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र सहित विभिन्न भागों में किसानों ने खेतों में फसलों की बुवाई कर दी है, लेकिन आए दिन हो रहे टिड्डी हमलों से उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है. हालात इस कदर हो गए हैं कि आसमान में टिड्डियों को देखकर ही किसान घबरा जाता है और कृषि विभाग के पास अब तक इन पर पूरी तरह से नियंत्रण पाने का कोई उपाय भी नहीं है. ऐसे में किसानों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. उनका कहना है कि यदि टिड्डियों को समय पर नहीं रोका गया तो वह खरीफ की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देंगी.
नहीं मिल पा रही पूरी सफलता...
पिछले एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है. इस बीच लगातार टिड्डियां भोपालगढ़ सहित विभिन्न तहसीलों में हमला किया और अपना पड़ाव भी डाल दिया, लेकिन पर्याप्त संसाधनों के अभाव में विभाग केवल 10 फीसदी टिड्डियों का खात्मा ही मुश्किल से कर पाया.
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बता दें कि तकरीबन सभी तहसीलों की स्थिति यही है कि टिड्डियों का पूरी तरह से खात्मा नहीं हो पाया है. कहीं पर 10 फीसदी तो कहीं पर 20 फीसदी तक ही टिड्डियों का सफाया हो सका. मंगलवार को भोपालगढ़ तहसील क्षेत्र के उस्तरा, आसोप, गजसिंहपुरा समेत आसपास के गांवों में 10 किमी लंबे और 5 किमी क्षेत्र में टिड्डी दल ने पड़ाव डाला. इसके बाद कृषि विभाग में भी हड़कंप मच गया.
इसलिए नहीं हो पाता टिड्डी का खात्मा...
जानकारी के अनुसार टिड्डियां उड़ान भरने के बाद जब किसी भी स्थान पर अपना पड़ाव डालती हैं तो वे पेड़-पौधों या खेतों में बैठने के दौरान अपने पंख फैला लेती हैं और एक-दूसरे से चिपक कर एक के ऊपर एक बैठती हैं. ऐसे में जब उन पर कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है तो वह सभी तक नहीं पहुंच पाता और पूरी तरह से उनका खात्मा नहीं हो पाता.
टिड्डियों को भगाने के काम में लिए जा रहे डीजे...
कोविड-19 को लेकर इस बार क्षेत्र में शादियां नहीं हो रही हैं. ऐसे में शादियों में काम आने वाले डीजे इस बार भोपालगढ़ तहसील क्षेत्र के गांवों में टिड्डी दल को भगाने के काम में लिए जा रहे है. डीजे की तेज आवाज के जरिए ग्रामीण अब टिड्डी दल को उड़ाने के लिए जतन कर रहे हैं.