जोधपुर. जिले में मादक पदार्थों की तस्करी युवाओं की शगल बनती जा रही है. युवा नशे की लत का शिकार भी हो रहे है. ऐसे में अब गांव वालों ने नशे के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है. तिलवासनी गांव के लोगों ने नशे के खिलाफ सराहनीय पहल करते हुए गांव में स्मैक बेचने व इसका सेवन करने वालों का सामजिक बहिष्कार करने की घोषणा की है.
स्मैक की तस्करी करने वालों का सहयोग करने वालों का भी सामजिक बहिष्कार किया जाएगा. विश्नोई समाज के कदावर नेता रामसिंह विश्नोई ने बताया कि गांव के लोगों ने लगातार नशे की तस्करी के चलते बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम उठाया है.
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सोमवार को गांव के गुरु जम्भेश्वर बगीची में गांव के सभी वर्गों के लोग इक्ट्ठा हुए. सभी ने गांव में स्मैक का सेवन करने वालों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की. इसके चक्कर में युवा आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं. परिवारों में विवाद और आर्थिक संकट खड़ा हो रहा है.
गौरतलब है कि एक समय जोधपुर व आस पास अफीम का ज्यादा चलन था, लेकिन बीते एक दशक में जोधपुर शहर व आस पास स्मैक पीने वालों की संख्या लगातार बढ रही है. तस्करी के मामले भी सामने आ रहे हैं. इससे अपराध तेजी से फैल रहे हैं. ऐसे में तिलवासी गांव के बाशिंदों ने बड़ा निर्णय लेकर नई पहल की है.