जोधपुर. महाराष्ट्र पुलिस ने मुंबई और गुजरात से गाड़ियां चोरी कर जोधपुर लाकर बेचने वाले शातिर चोर को गिरफ्तार किया है. आरोपी भंवरदास उर्फ सैठजी मूल रूप से पाली जिले के खिंवाडा निवासी है. जिसे मुंबई की पुलिस ढूंढ रही थी.
मुंबई की विरार कमिश्नरेट के क्राइम ब्रांच के पीएसआई पुष्पराज सुर्वे ने जोधपुर पुलिस को सूचित किया. उन्होंने बताया कि भंवरदास जोधपुर के सांगरिया इलाके में मौजूद है. जिसके बाद दोनों कमिश्नरेट की टीमों ने उसे गिरफ्तार किया. 52 वर्षीय भंवरदास वैष्णव लंबे समय से इस काम में लिप्त है. उसने पुलिस को बताया कि वह और उसका एक साथी अब्दुल जो कि मुंबई रहता हैं, दोनों ऐसी कारें तलाशे थे, जो दो से तीन दिनों से खड़ी रहती हो. ऐसी कार नजर आने पर उसके फ्यूल टैंक का ढक्कन निकाल लेते. कुछ दूर जाकर उसकी डूप्लिकेट चाबी बनाकर वापस आते और कार चुरा लेते.
आरोपी के पास से कारों की चाबियों का जखीरा भी बरामद हुआ है. उससे पूछताछ में सामने आया कि उसके खिलाफ महाराष्ट्र में कार चोरी के 40 से 50 मामले दर्ज है. मुंबई और गुजरात से चोरी की गई गाड़ियां वह चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र के शिवगौरी अपार्टमेंट निवासी जितेंद्र सिंधी को देता है. जिस पर पुलिस की टीम ने भंवदास की बताई जगह पर दबिश देकर जितेंद्र सिंधी को दस्तयाब किया. उसके खिलाफ चोरी की कारें बेचने के पहले से चार मामले चल रहे हैं. पुलिस ने जितेंद्र से चोरी की 7 कारें भी बरामद की है.
आरोपी कार खुद चलाकर लाता था जोधपुर
भंवरदास अब्दुल को प्रति कार बीस हजार रुपए देता था. कार चेारी करने के बाद उस पर अपने नाम का फास्टटैग लगाता. नंबर प्लेट और जोधपुर की गाड़ी के कागजात साथ रखता. जिसके बाद वह खुद कार चलाकर लेकर आता. यहां चेसिस नंबर, इंजन नंबर सब साफ कर आगे बेचते थे.
गिरोह का सरगना भी जोधपुर का
पुलिस के अनुसार भंवरदास के गिरोह का सरगना उत्तमचंद जैन जोधपुर के कटला बाजार का रहने वाला हैं. वर्तमान में वह मुंबई क्राइम ब्रांच की कस्टडी में है. उसके साथ कोलकता निवासी मनोज जोशी है, वह भी मुंबई में न्यायिक हिरासत में चल रहा है. इनकी पूछताछ के आधार पर ही विरार कमिश्नरेट की टीम जोधपुर पहुंची और कार्रवाई को अंजाम दिया है.