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सीएचसी में गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगा रहा था ऑटो चालक...चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक को देखकर भागा - rajasthan

जोधपुर के बालेसर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक और उनकी टीम ने आकस्मिक निरीक्षण किया. इस दौरान एक ऑटो चालक मरीज को इंजेस्शन लगाते हुए पाया गया.

जोधपुर: सीएचसी में गर्भवती महिला के इंजेक्शन लगाते पकड़ा गया ऑटो चालक
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Published : Jul 11, 2019, 12:46 PM IST

जोधपुर. बालेसर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक और उनकी टीम ने आकस्मिक निरीक्षण किया. टीम जैसे ही अस्पताल के महिला वार्ड में पहुचीं तो एक ऑटो चालक गर्भवती महिला के इंजेक्शन लगाते हुए मिला. टीम को देखकर वो घबरा गया और ऑटो लेकर भाग गया. टीम ने उसका पीछा किया लेकिन वो नही मिला. चिकित्‍सा विभाग के जोन उप निदेशक डॉ. सुनील कुमार बिष्‍ट सीएचसी के औचक निरीक्षण पर गए थे. डॉ बिष्‍ट ने जब ऑटो चालक को स्‍टाफ समझते हुए एप्रिन के बारे में पुछा तो वह इंजेक्‍शन की सिरिंज छोड़कर भाग गया.

सीएचसी में गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगाते पकड़ा गया ऑटो चालक

निरीक्षण के समय सीएचसी के प्रभारी डॉ. प्रताप छूट्टी पर थे, उनका चार्ज डॉ. रईस खां के पास था. लेकिन वह भी सीएमएचओ ऑफिस में मीटिंग के लिए जोधपुर में थे. सीएचसी में एक डेंटिस्‍ट और जीएनएम के अलावा कोई नहीं था. डॉ. बिष्ट ने जब जीएनएम से उस शख्‍स के बारे में पुछा तो उसने कुछ भी जानकारी होने से मना कर दिया. बाद में लोगो से पुछताछ में पता चला कि उसका नाम शाकिर था और वह ऑटो चलाता है. वही इस मामले में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार बिष्ट ने बताया कि मैं हैरान हुं.

मैंने इस संबंध में ब्‍लॉक सीएमएचओ से तथ्‍यात्‍मक रिपोर्ट मांगी है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वही इस मामले में बालेसर सीएचसी इंचार्ज डॉ प्रताप सिंह ने बताया कि कल मेरे घर का मुहर्त था. मैं अस्पताल में नही था. आज अस्पताल आया हूं. इस मामले की जांच करवाई जाएगी. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बालेसर अस्पताल में इस प्रकार की घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया एंव जोधपुर चिकित्सा विभाग ने इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.

जोधपुर. बालेसर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक और उनकी टीम ने आकस्मिक निरीक्षण किया. टीम जैसे ही अस्पताल के महिला वार्ड में पहुचीं तो एक ऑटो चालक गर्भवती महिला के इंजेक्शन लगाते हुए मिला. टीम को देखकर वो घबरा गया और ऑटो लेकर भाग गया. टीम ने उसका पीछा किया लेकिन वो नही मिला. चिकित्‍सा विभाग के जोन उप निदेशक डॉ. सुनील कुमार बिष्‍ट सीएचसी के औचक निरीक्षण पर गए थे. डॉ बिष्‍ट ने जब ऑटो चालक को स्‍टाफ समझते हुए एप्रिन के बारे में पुछा तो वह इंजेक्‍शन की सिरिंज छोड़कर भाग गया.

सीएचसी में गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगाते पकड़ा गया ऑटो चालक

निरीक्षण के समय सीएचसी के प्रभारी डॉ. प्रताप छूट्टी पर थे, उनका चार्ज डॉ. रईस खां के पास था. लेकिन वह भी सीएमएचओ ऑफिस में मीटिंग के लिए जोधपुर में थे. सीएचसी में एक डेंटिस्‍ट और जीएनएम के अलावा कोई नहीं था. डॉ. बिष्ट ने जब जीएनएम से उस शख्‍स के बारे में पुछा तो उसने कुछ भी जानकारी होने से मना कर दिया. बाद में लोगो से पुछताछ में पता चला कि उसका नाम शाकिर था और वह ऑटो चलाता है. वही इस मामले में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार बिष्ट ने बताया कि मैं हैरान हुं.

मैंने इस संबंध में ब्‍लॉक सीएमएचओ से तथ्‍यात्‍मक रिपोर्ट मांगी है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वही इस मामले में बालेसर सीएचसी इंचार्ज डॉ प्रताप सिंह ने बताया कि कल मेरे घर का मुहर्त था. मैं अस्पताल में नही था. आज अस्पताल आया हूं. इस मामले की जांच करवाई जाएगी. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बालेसर अस्पताल में इस प्रकार की घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया एंव जोधपुर चिकित्सा विभाग ने इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.

Intro:जोधपुर(बालेसर)--जोधपुर जिले के बालेसर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक द्वारा किए गए आकस्मिक निरीक्षण में टीम जैसे ही अस्पताल के महिला वार्ड में पहुचीं तो एक ऑटो चालक गर्भवती महिला के इंजेक्शन लगाते हुए मिला। टीम को देखकर वो घबरा गया एवं ऑटो लेकर भाग गया। टीम ने उसका पीछा किया मगर वो नही मिला।

Body:वीओ----चिकित्‍सा विभाग के जोन उप निदेशक डॉ सुनील कुमार बिष्‍ट ने बुधवार को बालेसर सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में एक ऑटो चालक को इंजेक्‍शन लगाते हुए पकडा। डॉ बिष्‍ट सीएचसी के औचक निरीक्षण पर गए थे। इस दौरान जननी सुरक्षा वार्ड में एक युवक गर्भवती को इंजेक्‍शन लगाते मिला। डॉ बिष्‍ट ने उसको स्‍टाफ समझते हुए एप्रिन के बारे में पुछा तो वह इंजेक्‍शन की सिरिंज छोडकर भाग गया। उन्‍होने पीछा किया तो वह सीएचसी से बाहर निकल एंव आटो को लेकर फरार हो गया।इतना ही नही निरीक्षण के समय सीएचसी के प्रभारी डां प्रताप छुटी पर थे ।उनका चार्ज डॉ रईस खां के पास था।वे भी सीएमएचओ ऑफिस में मीटिंग के लिए जोधपुर में थे ।सीएचसी में एक डेंटिस्‍ट व जीएनएम के अलावा कोई नही था। डॉ बिस्‍ट ने जब जीएनएम से उस शख्‍स के बारे में पुछा तो उसने कुछ भी जानकारी होने से मना कर दिया ।बाद में लोगो से पुछताछ में पता चला कि उसका नाम शाकिर था ।और वह ऑटो आरजे 19 टीए 8530 चलाता है ।

वही इस मामले में चिकित्सा विभाग के उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार बिष्ट ने बताया कि मैं हैरान हुं। जांच करवाकर काईवाई करेंगे ।
मैं इस मामले को लेकर हैरान हुं। हमने उसे पकडना चाहा, लेकिन वह भाग निकला ।मैंने इस संबंध में ब्‍लॉक सीएमएचओ से तथ्‍यात्‍मक रिपोर्ट मांगी है ।जो भी दोषी पाया गया। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।

वही बुधवार को सीएचसी इंचार्ज डॉ रईस खांन ने बताया कि में जोधपुर मीटिंग में था। मुझे कुछ पता नही।
मुझे इस बारे में कोर्इ जानकारी नही है ।मेरे पास प्रभारी का केवल एक दिन का ही चार्ज था ।निरीक्षण के समय मैं मीटिंग के लिए जोधपुर में था। डां बिश्‍ट से भी मेरी इस बारे में कोई बात नही हुई है ।

वही इस मामले में बालेसर सीएचसी इंचार्ज डॉ प्रताप सिंह ने बताया कि कल मेरे घर का मुहर्त था। में अस्पताल में नही था। आज अस्पताल आया हु ।इस मामले की जांच करवाई जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।Conclusion:बालेसर अस्पताल में इस प्रकार की घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया एंव जोधपुर चिकित्सा विभाग ने इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।
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