जोधपुर. भारत और फ्रांस की वायुसेना के बीच जोधपुर एअरफोर्स स्टेशन पर चल रहा युद्धाभ्यास गरुड़ 7 शनिवार को समाप्त (Joint Military exercise Garuda 7 in Jodhpur) हो गया. जोधपुर एअरफोर्स स्टेशन से फ्रांस के दल के साथ-साथ देश के अन्य एअरबेस से आए वायुयोद्धाओं की रवानगी शुरू हो गई. प्रत्येक दो वर्ष से होने वाले इस युद्धाभ्यास के अगले चरण की घोषणा फिलहाल नहीं हुई है.
2 से 12 नवंबर तक चले इस युद्धाभ्यास के दौरान पहली बार भारतीय फाइटर ने विदेशी एअर रिफ्यूलर से हवा में ही टैंक रिफ्यूल किए. साथ ही इस युद्धाभ्यास में फ्रांस और भारत के राफेल के पायलट ने भी अपनी स्किल का आदान प्रदान किया. इसके अलावा इस युद्धाभ्यास में पहली बार भारत में ही विकसित फाइटर जेट तेजस और एलसीएच प्रचंड को भी उतारा गया. साथ ही दोनों वायुसेनाओं के बीच अनुभव साझा करने में भी काफी काम हुआ. इस दौरान वास्तविक युद्ध का सिमुलेशन के माध्यम से अनुभव करवाया गया.
दोनों सेना प्रमुख भी हुए शामिल : गरुड़ के सातवें चरण में भारतीय वायुसेना के (Garuda 7 in Jodhpur Concludes) प्रमुख एअरमार्शल वीआर चौधरी और फ्रांस के जनरल स्टीफन मिले भी शामिल हुए. दोनों ने जोधपुर के आसमान में फाइटर जेट में बैठकर उड़ान भरी. एअरमार्शल चौधरी राफेल व जनरल मिले सुखोई के को पायलट बने दोनो ने इस युद्धाभ्यास को काफी फायदेमंद भी बताया था.